मुरादनगर में मरने वालों की संख्या हुई 25, ग्रामीणों ने किया हाईवे जाम

टीम भारत दीप |
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परिणामस्वरूप दीवार नीचे बैठ गयी और लेंटर गिर गया। किसी को भागने तक का मौका नहीं मिला।
परिणामस्वरूप दीवार नीचे बैठ गयी और लेंटर गिर गया। किसी को भागने तक का मौका नहीं मिला।

दयानंद कॉलोनी निवासी दयाराम की रात को बीमारी के चलते मौत हो गयी थी। उनके अंतिम संस्कार में 100 से ज्यादा मोहल्लेवासी व रिश्तेदार शामिल होने पहुंचे थे। अंतिम संस्कार की अंतिम प्रक्रिया चल रही थी। पुजारी के आह्वान पर सभी लोग श्मशान घाट परिसर में बने भवन के अंदर खड़े होकर आत्मशांति पाठ कर रहे थे।

गाजियाबाद । यूपी के गाजियाबाद जिले के मुरादनगर कस्बे में रविवार की दोपहर में श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान घाट की छत​ गिरने के कारण उसमें दबकर मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 25 हो गई है।

इस हादसे में मलबे में करीब 40 लोग दबे थे। सभी को निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया था। इसमें 23 लोगों की मौत की पुष्टि रविवार देर रात तक हो गई थी। 2 अन्य घायल की इलाज के दौरान देर रात मौत हो गई। वहीं इस घटना को सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने सरकार पर सवाल खड़े  किए हैं। वहीं सोमवार सुबह ग्रामीणों ने हाईवे को जाम कर​ दिया। 

दोषियों पर कार्रवाई शुरू 

गाजियाबाद में श्मशान हादसे में सोमवार को ईओ निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल सिंह और सुपरवाइजर आशीष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ठेकेदार अजय त्यागी अभी फरार है। 
यह जानकारी एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने दी है।

उनका कहना है कि इन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है इसके बाद आगे की विधिक कार्रवाई होगी। वहीं मृतकों के परिजनों शवों को सोमवार सुबह हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया है।

अखिलेश यादव ने किया ट्वीट

वहीं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने गाजियाबाद की घटना को लेकर ट्वीट किया। अलिखेलश ने लिखा कि 'भाजपा सरकार निरर्थक बहसबाजी में देश को न उलझाए और सामने आकर किसान आंदोलन में लगातार बढ़ती किसानों की मृत्यु व आत्महत्या पर सार्थक बहस करे, साथ ही आज मुरादनगर श्मशान घाट हादसे में मरने वाले उन लोगों की भी जिम्मेदारी ले जो भाजपा सरकार के भ्रष्टाचारी निर्माण की भेंट चढ़ गए हैं।

15 दिन पहले खोली गई थी शटरिंग

मुरादनगर में श्मशान घाट में गलियारे की छत डालने का काम अक्टूबर में शुरू हुआ था। करीब 15 दिन पहले शटरिंग खोली गई थी। इससे पहले लोगों का आवागमन इसके बगल में लगे श्मशान घाट के छोटे गेट से हो रहा था।

शटरिंग खुलने के बाद इस गेट से लोगों का आवागमन शुरू हुआ था। अभी इसका लोकार्पण भी नहीं हुआ है। नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान ने बताया कि इस गलियारे के निर्माण के लिए करीब 55 लाख का टेंडर जारी हुआ था।

नगर निगम के ठेकेदार अजय त्यागी ने इसका निर्माण किया था।शासन की सख्ती के बाद कमिश्नर अनीता सी मेश्राम और पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने रविवार की रात अधिकारियों के साथ मोदीनगर तहसील में बैठकर स्थिति की समीक्षा की थी।

इसके बाद दोनों अधिकारियों के निर्देश पर देर रात में ही मुरादनगर कोतवाली पुलिस ने नगर पालिका की ईओ, जेई, सुपरवाइजर और ठेकेदार के खिलाफ गैर इरातदन हत्या, काम में लापरवाही व भ्रष्टाचार आदि के आरोपों में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था।

सीएम ने दिया मृतकों के परिजनों को मुआवजे देने का ऐलान

इस हादसे की सूचना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने हादसे में मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है ।

सीएम ने इस संबंध में मण्डलायुक्त, मेरठ एवं एडीजी, मेरठ जोन को घटना के सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। वहीं, राज्यमंत्री अतुल गर्ग घटनास्थल पर पहुंचे हैं।
दरअसल, दयानंद कॉलोनी निवासी दयाराम की रात को बीमारी के चलते मौत हो गयी थी।

उनके अंतिम संस्कार में 100  से ज्यादा मोहल्लेवासी व रिश्तेदार शामिल होने पहुंचे थे। अंतिम संस्कार की अंतिम प्रक्रिया चल रही थी। पुजारी के आह्वान पर सभी लोग श्मशान घाट परिसर में बने भवन के अंदर खड़े होकर आत्मशांति पाठ कर रहे थे। इसी दौरान एक तरफ की जमीन धंस गयी।

परिणामस्वरूप दीवार नीचे बैठ गयी और लेंटर गिर गया। किसी को भागने तक का मौका नहीं मिला। चीख पुकार के बीच कुछ लोग उसके अंदर ही मलबे में दब गए जबकि कुछ ने दौड़कर अपनी जान बचाई। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई।

 


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