सीएम के साथ-साथ योगी ने निभाया नाथ पंथ का दायित्व, गोरक्ष पीठ में हुई से विशेष पूजा
गुरूवार को अष्टमी लगने के कारण गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने गौरी गणेश पूजन, वरुण पूजन, पीठ पूजन, यंत्र पूजन, स्थापित मां दुर्गा की विधिवत पूजा अर्चना, भगवान राम, लक्ष्मण, सीताजी, भगवान कृष्ण और गौ माता का पूजन, नवग्रह पूजन किया।
गोरखपुर। नवरात्र पर नाथ संप्रदाय के विशेष निशा पूजन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरक्ष पीठाधीश्वर के रूप में पूरे विधि विधान के साथ गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में संपन्न किया।
मान्यता है कि नाथ संप्रदाय में नवरात्र पर मां भगवती की आराधना के साथ ही निशा पूजन की विशेष महत्ता होती है। इस पूजन को केवल नाथ संप्रदाय के गोरक्ष पीठाधीश्वर ही सम्पन्न करते हैं।
नाथ परंपरा के अनुसार गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में अष्टमी के दिन सायंकाल को हवन होता है। गुरूवार को अष्टमी लगने के कारण गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने गौरी गणेश पूजन, वरुण पूजन, पीठ पूजन, यंत्र पूजन, स्थापित मां दुर्गा की विधिवत पूजा अर्चना, भगवान राम, लक्ष्मण, सीताजी, भगवान कृष्ण और गौ माता का पूजन, नवग्रह पूजन किया।
इसके बाद वेरी कलश पर उगे जौ को गोरक्ष पीठाधीश्वर आचार्य ने वैदिक मंत्रों के बीच काटा और इसके बाद हवन वेदी पर ब्रह्मा, विष्णु, रूद्र, अग्नि देवता का पूजन किया। इसके उपरांत दुर्गा, सरस्वती और संपूर्ण पाठ के साथ हवन किया गया।
बलि के रूप में नारियल, केला, गन्ना, जौ की सात्विक बलि देकर पूजन गोरक्ष पीठ के महंत योगी आदित्यनाथ ने किया। आदिशक्ति की आराधना का कार्य पूरे विधि विधान के साथ संपन्न हुआ। अंत में आरती और क्षमा याचना के बाद प्रसाद वितरण किया गया।
रात्रि में विशेष महानिशा पूजा विधिविधान से गोरक्ष पीठाधीश्वर ने नाथ परंपरा के अनुसार की। वैदिक मंत्रोचार के बीच गोरक्ष पीठ के पुरोहित ने इसे संपन्न कराया।
विशेष पूजन के साक्षी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह, सदर सांसद रवि किशन शुक्ला, पूर्व महापौर डॉ सत्या पांडे, द्वारिका तिवारी, दुर्गेश बजाज, भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में नाथ संप्रदाय से जुड़े साधु-संत, श्रद्धालु, मंदिर के पुरोहित और संस्कृत वाचक बने।