ललितपुर में मृतक किसानों के परिजनों से ट्रेन से मिलने पहुंचीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी
शुक्रवार सुबह कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी शुक्रवार सुबह 7.07 बजे सावरमती एक्सप्रेस से रेलवे स्टेशन पर उतरीं। यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप आदित्य जैन सहित कई कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। उनका काफिला पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंचा जहां कुछ देर रुकने के बाद मृतक किसानों के परिवार से मिलने के लिए पाली अथवा नया गांव जाएंगी।
ललितपुर। पूरे प्रदेश में इस समय रबी की फसल बोवनी चल रही है,लेकिन बुंदेलखंड के साथ ही पूरे प्रदेश में खाद की कील्लत से किसान जूझ रहे है। पिछले दिनों ललितपुर के दो किसानों की परेशान होकर मौत हो गई। इसके बाद से यूपी की राजनीति में भूचाल आने लगे है।
इस मामले के उछलने के बाद शुक्रवार सुबह कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव प्रियंका गांधी मृतक किसानों के परिजनों से मिलने ललितपुर ट्रेन से पहुंची।मालूम हो कि एक किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी तो दूसरे किसान की खाद के लिए तीन दिन से कतार में लग रहने के कारण तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई थी।
शुक्रवार सुबह कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी शुक्रवार सुबह 7.07 बजे सावरमती एक्सप्रेस से रेलवे स्टेशन पर उतरीं। यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप आदित्य जैन सहित कई कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। उनका काफिला पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंचा जहां कुछ देर रुकने के बाद मृतक किसानों के परिवार से मिलने के लिए पाली अथवा नया गांव जाएंगी।
कुलियों से मिलीं प्रियंका
आपकों बता दें कि इससे पहले कांग्रेस महासचिव वाड्रा ने गुरुवार रात ललितपुर जाते समय लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर कुलियों से मुलाकात की। कुलियों ने उन्हें अपनी आजीविका से जुड़ीं समस्याएं बताईं, जिस पर प्रियंका ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया। बाद में प्रियंका ट्रेन से ललितपुर के लिए रवाना हो गईं। प्रियंका ललितपुर में किसानों से उनकी समस्याओं को समझेंगी।
खाद को मुद्दा बनाने में जुटा विपक्ष
प्रदेश में हो रही खाद की समस्या को विपक्ष मुद्दा बनाने में जुटा है। सपा और बसपा के अलावा किसान संगठन भी सरकार को घेरने में लगे हैं। गुरुवार को सपा के प्रदेश महासचिव ने मृत किसानों के परिजनों के घर जाकर कहा कि सपा सरकार बनने पर मृत किसान के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने का काम किया जाएगा।
आपकों बता दें कि प्राकृतिक आपदा की वजह से किसानों की खरीफ की फसल बर्बाद हो चुके है, ऐसे में किसानों को रबी की फसल से उम्मीद थी, लेकिन किसानों को बोवनी के लिए खाद न मिलने से भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
किसान सुबह से लेकर रात तक खाद की दुकानों पर डेरा डाले हुए, वहीं महिलाएं भी चौका चूल्हा छोड़कर लाइन में लग गई थी। खाद के लिए लाइन में लगे किसान की मौत पर शासन ने भले ही दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता कर दी है लेकिन सपा व बसपा इस मामले को गर्माने में जुट गई।
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