कांग्रेस नेता ने प्रियंका गांधी ने वीडियो जारी करके पीएम से पूछा सवाल, कब गिरफ्तार होंगे आरोपित

टीम भारत दीप |
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प्रियंका गांधी ने गेस्ट हाउस के कमरे में झाड़ू लगाते हुए वीडियो जारी किया था।
प्रियंका गांधी ने गेस्ट हाउस के कमरे में झाड़ू लगाते हुए वीडियो जारी किया था।

मालूम हो कि प्रियंका गांधी रविवार की रात लखनऊ पहुंची थीं। इसके बाद वे रात में ही लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने निकल पड़ी थीं। पुलिस ने सोमवार सुबह 5:30 बजे सीतापुर के हरगांव में रोक कर हिरासत में ले लिया था। उन्हें पीएसी के गेस्ट हाउस में रखा गया है।कांग्रेस नेता को हिरासत में लिए जाने के बाद से ही कार्यकर्ता गेस्ट हाउस के बाहर जुटे हुए हैं।

सीतापुर। दिल्ली से किसानों की लड़ाई लड़ने निकली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पिछले 28 घंटे से पुलिस की हिरासत में है। प्रियंका ने मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। पोस्ट में वह कथित वीडियो भी है, जिसमें किसानों को जीप से कुचल दिया गया।

उन्होंने कहा, आपकी सरकार ने बगैर किसी ऑर्डर और एफआईआर के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है। अन्नदाता को कुचल देने वाला व्यक्ति अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं हुआ। मालूम हो कि प्रियंका गांधी रविवार की रात लखनऊ पहुंची थीं। इसके बाद वे रात में ही लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने निकल पड़ी थीं।

पुलिस ने सोमवार सुबह 5:30 बजे सीतापुर के हरगांव में रोक कर हिरासत में ले लिया था। उन्हें पीएसी के गेस्ट हाउस में रखा गया है।कांग्रेस नेता को हिरासत में लिए जाने के बाद से ही कार्यकर्ता गेस्ट हाउस के बाहर जुटे हुए हैं। सोमवार की शाम कैंडल जलाकर प्रदर्शन किया था।मंगलवार सुबह भी रिहाई की मांग को लेकर शासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। पुलिस उनको समझाने का प्रयास कर रही है।

आपकों बता दें कि सोमवार को प्रियंका गांधी ने गेस्ट हाउस के कमरे में झाड़ू लगाते हुए वीडियो जारी किया था। कांग्रेस का कहना था कि झाड़ू लगाकर प्रियंका उन्हें हिरासत में लिए जाने का विरोध कर रही हैं। वहीं, प्रियंका ने सोशल मीडिया पर लिखा था- 'ये अनशन है अन्नदाता के अधिकार के लिए, संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए। भाजपाई हुकूमत हमारे लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकारों को नहीं कुचल सकती। गांधीजी के पथ पर चलते हुए अधिकारों की लड़ाई जारी रहेगी'।

सरकार और किसानों के बीच हुआ समझौता

इस बीच लखीमपुर में सरकार और किसानों के बीच समझौता हो गया है। सरकार ने मृतकों के परिवार को 45 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है। वहीं सभी मृतकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। साथ ही घटना की न्यायिक जांच और 8 दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने का वादा भी किया गया है।

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