पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या पर बोले राहुल गांधी, वादा था रामराज का दे दिया गुंडाराज
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पुलिस मामले को जुए का झगड़ा भी बता रही है। पूरे घटनाक्रम से आक्रोशित पत्रकारों ने विक्रम की मौत के बाद धरना दिया। मामले में मुख्य आरोपी अब भी फरार है।
नई दिल्ली। यूपी के गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या पर प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को लेकर घिर गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी पत्रकार को श्रद्धांजलि देते हुए यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
विक्रम के परिवार का कहना है कि विक्रम ने गाजियाबाद थाने के एसओ को दो घंटे पहले ही वारदात के लिए आगाह किया था। इसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं पुलिस मामले को जुए का झगड़ा भी बता रही है। पूरे घटनाक्रम से आक्रोशित पत्रकारों ने विक्रम की मौत के बाद धरना दिया।
मीडिया से बातचीत में विक्रम के भांजे ने कहा कि कुछ लड़के जिनमें कमलउद्दीन का बेटा भी था। अक्सर मेरी बहन को छेड़ा करते थे। यह पूरा वाकया उसके जन्मदिन से शुरू हुआ। मेरे मामा जब बहन के साथ लौट रहे थे तो कमलउद्दीन के बेटे ने अपने साथियों के साथ मिलकर उन पर हमला किया। हम मुख्य अपराधी के न पकड़े जाने तक शव को स्वीकार नहीं करेंगे।
इधर मामले की लेकर सूबे की योगी सरकार पूरी तरह घिर गई है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने घटना के बाद ट्वीट कर कहा कि-
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि यूपी में न्याय मांगना भी गुनाह हो गया है-
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पूरे देश में भय का माहौल है। लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है। पत्रकार भी इससे अछूते नहीं हैं-
विक्रम जोशी की मौत के बाद पत्रकारों के एक समूह ने यशोदा हास्पिटल बाहर प्रदर्शन किया। मामले में बीजेपी के कई नेताओं ने भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
परिवार को मदद, नौकरी
पत्रकार विक्रम जोशी मामले में विपक्ष के दबाव का सामना कर रही योगी सरकार ने परिवार को 10 लाख रूपये की आर्थिक सहायता एवं परिवार के एक सदस्य को योग्यता के आधार पर नौकरी देने का एलान किया है। सरकार जोशी के बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी उठाएगी और परिवार को सुरक्षा भी देगी।