कांग्रेस में सोनिया ही ‘सरकार‘, अध्यक्ष की तलाश अब 6 महीने बाद

टीम भारत दीप |
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सोनिया गांधी
सोनिया गांधी

सिब्बल ने अपना विरोध प्रकट करते हुए ट्वीट किया हालांकि बाद में उन्होंने यह कहकर ट्वीट वापस ले लिया कि राहुल गांधी ने स्वयं उनसे कहा कि उन्होंने ऐसा कभी नहीं कहा।

नई दिल्ली। कांग्रेस कार्य समिति की सोमवार को हुई बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के इस्तीफे को अस्वीकार कर दिया गया। अब वे ही अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी। सूत्रों के अनुसार नए अध्यक्ष की तलाश अब छह महीने बाद शुरू की जाएगी। 

पहले बताया जा रहा था कि पार्टी के करीब 20 नेताओं के नया अध्यक्ष तलाशने को लेकर लिखे पत्र ने सोनिया गांधी को खफा कर दिया है। सोमवार को कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद ट्वीट कर हंगाम मचा दिया।  राहुल ने कहा था कि यह चिट्ठी भाजपा के कहने पर लिखी गई है। 

इस पर सिब्बल ने अपना विरोध प्रकट करते हुए ट्वीट किया हालांकि बाद में उन्होंने यह कहकर ट्वीट वापस ले लिया कि राहुल गांधी ने स्वयं उनसे कहा कि उन्होंने ऐसा कभी नहीं कहा। बता दें कि बतौर अंतरिम अध्यक्ष सोनिया का कार्यकाल दस अगस्त को ही पूरा हो चुका है। इसके चलते राहुल गांधी की वापसी केलिए पुरजोर वकालत भी होने लगी है।

रविवार को तेजी से डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू होने के बाद पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस को गांधी परिवार के नेतृत्व को चुनौती देना गलत है। इसके बाद, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने सुर मिलाया। उन्होंने कहा, वर्तमान संकट की घड़ी में सोनिया व राहुल ही एकमात्र आशा की किरण हैं। 

बाद में, कई नेता इसमें शुमार हो गए। पूर्व मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि चुनाव की जगह आम सहमति को मौका देना चाहिए। राहुल को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का पूरा समर्थन हासिल है।

दूसरी ओर पार्टी के जिन 20 से ज्यादा नेताओं ने चिट्ठी लिखकर पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की है उनमें आनंद शर्मा, गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, विवेक तनखा, पृथ्वीराज च्वहाण, वीरप्पा मोइली, शशि थरूर, भूपेंद्र हुड्डा, राज बब्बर, मनीष तिवारी, मुकुल वासनिक समेत कई पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी शामिल हैं।


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