कोरोना का खौफ: तीन दिन पहले मृत महिला का शव घर में पड़ा रहा बदबू आने पर हुई जानकारी
जब पुलिस मौके पर पहुंची तो महिला के शव के पास कुत्ते मडरा रहे थे। पुलिस ने कुत्तों को भगाकर शव को कब्जे में लेते हुए पीएम के लिए भिजवाया। पड़ोसियों ने बताया कि महिला के पति की मौत तीन साल पहले हो गई थी।घर में तीन किराएदार थे, जो गांव चले गए थे, महिला इस समय घर में अकेले रहती थी।
लखनऊ। कोरोना वायरस का खौफ अब लोगों के मन में इस कदर बैठता जा रहा है कि लोग अब अपने पड़ोसियों से भी दूरी बनाकर चला रहे है। कुछ ऐसा ही मामला राजधानी लखनऊ में देखने को मिला है।यहां एक महिला की लगभग तीन दिन पहले मौत हो गई थी।
आवारा कुत्तों ने घर में घुसकर महिला को नोंचकर खाने लगे इसके बाद भी किसी को भनक नहीं लगी, जब महिला के शव से बदबू आने लगी तब लोगों का ध्यान उस तरफ गया और पुलिस को सूचना दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो महिला के शव के पास कुत्ते मडरा रहे थे।
पुलिस ने कुत्तों को भगाकर शव को कब्जे में लेते हुए पीएम के लिए भिजवाया। पड़ोसियों ने बताया कि महिला के पति की मौत तीन साल पहले हो गई थी।घर में तीन किराएदार थे, जो गांव चले गए थे, महिला इस समय घर में अकेले रहती थी। यह मामला राजधानी लखनऊ के मडियांव थाने के भरत नगर से सामने आया है।
मालूम हो कि भरत नगर निवासी सविता घर में अकेली थीं। मकान में तीन किराएदार रहते थे, जो गांव गए थे। बुधवार को तेज दुर्गंध आने पर पड़ोसियों को संदेह हुआ। पुलिस जब वहां पहुंची तो कुत्ते शव को नोच रहे थे, जिन्हें भगाया गया।
स्थानीय लोगों ने बताया की तीन साल पहले महिला के पति की मौत हो चुकी थी। नगर निगम ने कोविड प्रोटोकॉल का तहत शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया है। पुलिस का कहना है कि कोविड और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
घर के बाहर शव छोड़कर चले गए अस्पताल कर्मी
इसी तरह राजधानी के पाश इलाके विवेक खंड गोमतीनगर में मंगलवार को कोरोना से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। महिला के पति संक्रमित नहीं हैं, जो घर पर आइसोलेट हैं। महिला का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। महिला की मौत के बाद अस्पताल के कर्मचारी उसके घर के बाहर शव रखकर चले गए। काफी देर तक महिला का शव वहीं पड़ा रहा।
स्थानीय लोगों ने मैथिली शरण वार्ड के पार्षद दिलीप कुमार श्रीवास्तव को इसकी जानकारी दी। पार्षद खुद संक्रमित हैं, जिनका इलाज चल रहा है। इसके बावजूद पार्षद ने प्रयास कर किसी तरह शव को घर के भीतर रखवाया। पार्षद ने बताया कि महिला का एक बेटा अमेरिका में रहता है, जो वहां से निकल चुका है। बेटे के आने के बाद पूरी जानकारी हो पाएगी।
यह तो चंद उदाहरण है, इस तरह की रोज घटनाएं सामने आ रही है। लोग संक्रमित होने के डर से लोगों से दूरी बनाकर चल रहे है। अभी यह मुश्किल दौर है हमें मानवता धर्म को भूलनाा नहीं चाहिए। समय है सबका ध्यान रखने की।