कोरोना ने घटाया रावण का कद, आसमान छूने वाला, दानव राज आया जमीन पर

टीम भारत दीप |

रावण को लोग उसकी शक्ति अहकार बुरे कामों के लिए ​जानते हैं।
रावण को लोग उसकी शक्ति अहकार बुरे कामों के लिए ​जानते हैं।

कोरोना वायरस ने बहुत कुछ बदल दिया है। लोगों के जीवन जीने का तरीका त्योहार मनाने का तरीका को प्रभावित किया है। कोरोना की वजह से लंकापति रावण का भी कद घट गया।

लखनऊ। कोरोना वायरस ने बहुत कुछ बदल दिया है। लोगों के जीवन जीने का तरीका त्योहार मनाने का तरीका को प्रभावित किया है। कोरोना की वजह से लंकापति रावण का भी कद घट गया। 

 रावण को लोग उसकी शक्ति अहकार बुरे कामों के लिए ​जानते हैं। हर साल दशहरा के दिन देश भर में रावण के बड़े—बड़े पुतले जलाकर बुराई के अंत का जश्न मनाते है। इस बार कोरोना की वजह से सरकार ने बड़े आयोजनों पर रोक लगा रखी है। 

भगवान राम ने दशहरे के दिन लंकापति रावण का वध कर धरती पर बुराई का सर्वनाश किया था। भगवान राम श्री हरि विष्णु के अवतार थे। इस दिन देशभर में रावण का  पुतला बनाकर उसका दहन किया जाता है। यही नहीं दशहरे के दिन शस्त्र पूजा करने का भी विधान है, वहीं अपराजिता देवी और शमी की पूजा विजयादशमी के दिन की जाती है।

इस दिन सभी बड़ों का आशीर्वाद लेकर विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हैं।   इस खुशी हर साल देश भर में रावण कुंभकरण और मेघनाद के पुतले जलाया जाता है।कुछ चुनिंदा जगहों पर रावण के छोटे पुतले जलाने की परमिशन दी हे।

हर साल प्रदेश भर में सौ से सवा सौ फीट का रावण जलाया जाता था, लेकिन इस बार रावण का कद घटाकर 5 से दस फीट कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने बड़े आयोजनों पर रोक लगा रखी है। जिले के जो प्रसिद्ध स्थल है वहां पर भी कम लोगों के शामिल होने की अनुमति है।

कोरोना संक्रमण न फैले इसलिए प्रशासन ने ऐसे आयोजनों में शामिल होने वालों को मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है।बिना मास्क के प्रवेश पर प्रतिबंध है।आयोजकों को सख्त हिदायत है कि वे भीड़ न जुटने दें। 


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