दिल्ली में प्रवेश से पहले होगा टेस्ट, 'फ़ेल' होने पर मिलेगी एंट्री

टीम भारत दीप |
अपडेट हुआ है:

विभिन्न बस अड्डों के साथ 250 डिस्पेंसरियों में कोरोना की टेस्टिंग की जा रही है।
विभिन्न बस अड्डों के साथ 250 डिस्पेंसरियों में कोरोना की टेस्टिंग की जा रही है।

सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना से संक्रमित रहा कोई भी व्यक्ति अभी तक दोबारा संक्रमण का शिकार नहीं हुआ है। ऐसी कोई रिपोर्ट सरकार के पास नहीं आई है। कुछ लोगों में मृत वायरस होता है।

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में अब किसी भी व्यक्ति को तभी प्रवेश मिल सकेगा जब उसका कोरोना टेस्ट नेगेटिव आएगा। इन दिनों दिल्ली में आ रही विभिन्न राज्यों के मज़दूरों को आनंद विहार समेत अन्य जगहों पर कोरोना का टेस्ट किया जा रहा है। ऐसा करने के पीछे कोरोना से संभल चुकी दिल्ली को फिर किसी बड़े ख़तरे से बचाने की वजह है। 

इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में विभिन्न बस अड्डों के साथ 250 डिस्पेंसरियों में कोरोना की टेस्टिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि बसों के अलावा ट्रेनों से लाखों लोग दिल्ली आ रहे हैं। 

इसमें बड़ा वर्ग मजदूरों का है। इसमें कुछ लोग पहले से ही दिल्ली की विभिन्न फैक्ट्रियों में कार्यरत थे, जोकि लॉकडाउन के कारण अपने-अपने घर लौट गए थे, लेकिन अब वे फिर लौट रहे हैं।

इसी के तहत दिल्ली में मंगलवार को जगह—जगह कोरोना टेस्ट किया गया। दिल्ली सरकार के मुताबिक आनंद विहार बस अड्डे पर दूसरे राज्यों से आने वाले कुल 608 मजदूरों की एंटीजन किट से कोरोना जांच की गई, जिनमें से छह लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।

सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना से संक्रमित रहा कोई भी व्यक्ति अभी तक दोबारा संक्रमण का शिकार नहीं हुआ है। ऐसी कोई रिपोर्ट सरकार के पास नहीं आई है। कुछ लोगों में मृत वायरस होता है। 

जिससे वह बाद में पॉजिटिव दिख जाता है। अभी तक कोई ऐसा व्यक्ति नहीं मिला है, जो कोरोना से ठीक हुआ हो और उसमें दो से तीन महीने बाद फिर से कोरोना के लक्षण दिखे हों।


संबंधित खबरें