कोरोना का खौफ, मां की मौत के बाद कोई नहीं आया सामने, बेटे ने अकेले किया अंतिम संस्कार

टीम भारत दीप |

रविवार की सुबह  महिला की तबीयत बिगड़ने लगी और कुछ समय में ही मौत हो गई।
रविवार की सुबह महिला की तबीयत बिगड़ने लगी और कुछ समय में ही मौत हो गई।

मालूम हो कि बीते 8 अप्रैल को गोला कस्बे से 55 यात्री बस बुक कर कुम्भ स्नान के लिए हरिद्वार गए थे। सभी लोग 16 अप्रैल को वापस लौटे। कुछ यात्रियों की तबीयत खराब होने पर तहसील प्रशासन ने सबकी कोविड जांच कराई तो नौ लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

गोरखपुर।उत्तर प्रदेश से एक बार मानवीय संवेदनाओं को झकझोरने वाली खबर सामने आई है। इस बार गोरखपुर में एक महिला की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई।इसके बाद जब शव घर पहुंचा तो अंतिम संस्कार के लिए कोई भी पड़ोसी या रिश्तेदार सामने नहीं आया।

सूचना देने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम घर नहीं गई।जब मृतक के बेटे ने लोगों से मदद मांगी तो लोगों ने खिड़कियां और दरवाजे बंद कर लिए। थक हार कर बेटे ने मां के शव को अकेले कफन में लपेटा और ठेले पर लादकर श्मशान घाट पहुंच गया। वहां अकेले ही उसने मां का अंतिम संस्कार किया। 

आपकों बता दे कि दो दिन से होम आइसोलेशन में रह रही 55 वर्षीय संक्रमित महिला को समुचित इलाज न मिलने से रविवार को उसकी जान चली गई। मौत की सूचना देने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम घर नहीं गई। 

मालूम हो कि बीते 8 अप्रैल को गोला कस्बे से 55 यात्री बस बुक कर कुम्भ स्नान के लिए हरिद्वार गए थे। सभी लोग 16 अप्रैल को वापस लौटे। कुछ यात्रियों की तबीयत खराब होने पर तहसील प्रशासन ने सबकी कोविड जांच कराई तो नौ लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

इसमें गोला कस्बे के वार्ड संख्या-5 की 55 वर्षीय महिला भी संक्रमित मिलीं। डॉक्टरों ने उनको 14 दिन क्वारंटीन रहने की सलाह दी थी। वह बीते शुक्रवार की शाम से ही होम आइसोलेशन में रह रही थीं। लेकिन इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने महिला का न ही जांच की और न ही कोई दवा दी।

परिजनों के अनुसार रविवार की सुबह अचानक महिला की तबीयत बिगड़ने लगी। जब तक इलाज के लिए कहीं ले जाते, तब तक उसने दम तोड़ दिया। लापरवाही की हद तो तब हो गई जब कोरोना पाजिटिव महिला की मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां नही पहुंची।

कोरोना केस होने के कारण मोहल्ले के लोगों ने भी मुंह मोड़ लिया। कहीं से कोई उम्मीद न देख महिला के बेटे ने ही मास्क व ग्लव्स लगाकर मां को कफन में लपेटा और अकेले ही ठेले पर लादकर गोला स्थित मुक्तिधाम पर पहुंचा। वहां उसने अकेले ही चिता सजाई और मुखाग्नि देकर मां का अंतिम संस्कार कर दिया। 

वहीं इस विषय में डॉ. योगेंद्र नारायण सिंह, चिकित्सा प्रभारी का कहना है कि होम आइसोलेशन में रहे लोगों को दवा देने का निर्देश दिया गया था। मामले में लापरवाही बरतने वाली टीम को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।

इस मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।  माूलूम हो कि इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आए थे, जब मृतकों के परिजनों ने अंतिम संस्कार अकेले किया था।

 


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