तलाक मांगने पहुंची महिला से कोर्ट ने कहा, पहले करवाचौथ मनाओ फिर रिपोर्ट दर्ज कराना
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भोपाल में एक महिला फैमिली कोर्ट में तलाक मांगने पहुंची तो कोर्ट ने कहा कि पहले करवाचौथ मनाकर आओ फिर पूरी रिपोर्ट कोर्ट में दर्ज कराना।
भोपाल। भारतीय संस्कृति में पर्वाें का बड़ा महत्व है। माना जाता है त्योहारों में ऐसी रौनक होती है जिससे रिश्तों में आई दूरी भी नजदीकी में तब्दील हो जाती है। यही कारण है कि भोपाल की एक फैमिली कोर्ट ने ऐसा निर्देश दिया जिसकी खूब चर्चा हो रही है।
दरअसल मध्य प्रदेश के भोपाल में एक महिला फैमिली कोर्ट में तलाक मांगने पहुंची तो कोर्ट ने कहा कि पहले करवाचौथ मनाकर आओ फिर पूरी रिपोर्ट कोर्ट में दर्ज कराना।
बताया गया है कि यहां एक महिला ने याचिका दायर करते हुए कहा कि उसने एक ही शर्त पर शादी करने की हामी भरी थी कि वह कभी अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ेगी। महिला का आरोप है कि पहले तो ससुराल वालों ने हां कर दी, लेकिन शादी के बाद महिला की पढ़ाई बंद करा दी गई।
फिर मामले को लेकर विवाद इतना बढ़ता गया कि आखिरकार मामला तलाक तक पहुंच गया। वहीं कोर्ट ने मामले को काउंसलिंग के लिए भेजा। दोनों पक्षों को बुलाया गया। काउंसलिंग में पति और उसकी मां (सास) पहुंचे और दोनों ने बहू पर कई आरोप लगाए।
इसके बाद काउंसलर नुरुनिशा खान ने महिला को समझाया और मामले की पूरी जानकारी जज को दी। जब कोर्ट में सुनवाई होने लगी तो कोर्ट ने महिला से कहा कि पहले करवाचौथ मनाकर आओ और उसके बाद अपनी पूरी रिपोर्ट कोर्ट में दर्ज कराना।
अब मामले की अगली सुनवाई 11 नवंबर को होनी है। महिला काउंसलिंग सभागार से ही मंगलवार को पति और सास के साथ चली गई। वहीं काउंसलर नुरूनिशा खान के मुताबिक ऐसे कई पल सामने आए जब पति, बहू और सास तीनों भावुक हुए और सास नहीं चाहती कि उसके बेटे का परिवार टूटे।
वहीं महिला ने आरोप लगाया कि उसका रिश्ता लेकर ससुराल वाले आए थे, उस समय वह पढ़ाई कर रही थी। पति बरेली, रायसेन में नगरपालिका में क्लर्क है। पति 12वीं पास है जबकि पत्नी ने स्नातक की पढ़ाई की हुई है। महिला ने कहा कि मेरे माता-पिता ने 12वीं पास लड़के से इसलिए शादी करा दी क्योंकि उसकी सरकारी नौकरी थी।
महिला ने बताया कि शादी तय होने के दौरान उसने साफ-साफ कह दिया था कि मैं आगे पढ़ाई करूंगी और नौकरी भी करूंगी। तब इस पर सभी ने सहमति भी जताई थी। महिला ने बताया कि वह शादी के दौरान वकालत की पढ़ाई कर रही थी लेकिन बाद में पति और सास ने मेरी पढ़ाई बीच में ही रुकवा दी।
बताया जा रहा है कि महिला नौकरी करना चाहती थी लेकिन पति नहीं चाहता था कि वह घर से बाहर निकले। इसे लेकर आए दिन विवाद होता था। धीरे-धीरे मामला इतना बढ़ गया कि मारपीट तक की नौबत भी आ गई।
महिला की सास का कहना कि शादी से पहले उसने और उसके बेटे ने लड़की की पढ़ाई आगे जारी रखवाने के लिए हामी भरी थी, लेकिन अब वो चाहते हैं कि बहू अपनी वकालत की पढ़ाई करने के बाद घर-गृहस्थी संभाले। सास के मुताबिक वह नहीं चाहती कि दोनों का तलाक हो और उसके बेटे का घर बर्बाद हो जाए।