तमाम खूबियों से लैस नए संसद भवन के निर्माण की तारीख तय, पीएम मोदी करेंगे भूमि पूजन
इस नए संसद भवन की पहली तस्वीर सामने आ गई है। संसद भवन की नई इमारत का डिजाइन त्रिभुज के आकार का होगा और पुराने परिसर के पास इसका निर्माण होगा। इसका निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड करेगी। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन के निर्माण के लिए भूमि पूजन 10 दिसंबर को करेंगे।
नई दिल्ली। देश को जल्द ही नया संसद भवन मिलेगा। इसके निर्माण कि तारीख तय हो चुकी है। इस नए संसद भवन की पहली तस्वीर सामने आ गई है। संसद भवन की नई इमारत का डिजाइन त्रिभुज के आकार का होगा और पुराने परिसर के पास इसका निर्माण होगा। इसका निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड करेगी।
जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन के निर्माण के लिए भूमि पूजन आने वाले 10 दिसंबर को करेंगे। नई संसद भवन की इमारत में एक बड़ा कॉस्टीट्यूशन हॉल होगा, जिसमें भारत की लोकतांत्रिक विरासत की झलक दिखाई देखने को मिलेगी।
इसके अतिरिक्त संसद सदस्यों के लॉन्ज, कई कमेटियों के लिए कमरे, डाइनिंग एरिया और पर्याप्त पार्किंग स्पेस आदि तमाम सुविधाएं इस भवन में होंगी। संसद भवन की नई बिल्डिंग के भूमि पूजन का निमंत्रण पीएम मोदी को देने के लिए आज दोपहर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पीएम आवास पहुंचे थे।
बिरला ने प्रस्तावित भवन के बारे में विवरण पेश करते हुए कहा, ‘‘लोकतंत्र का वर्तमान मंदिर अपने 100 साल पूरे कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह देशवासियों के लिये गर्व का विषय होगा कि नए भवन का निर्माण हमारे अपने लोगों द्वारा किया जाएगा, जो आत्मनिर्भर भारत का एक प्रमुख उदाहरण बनेगा।
उनके मुताबिक इस नई इमारत के माध्यम से देश की सांस्कृतिक विविधता प्रदर्शित होगी। उन्होंने आशा जताई कि आजादी के 75 साल पूरे होने पर संसद का सत्र नए भवन में आयोजित होगा। लोकसभा अध्यक्ष के मुताबिक संसद की नयी इमारत भूकंप रोधी क्षमता वाली होगी और इसके निर्माण में 2000 लोग सीधे तौर पर शामिल होंगे तथा 9000 लोगों की परोक्ष भागीदारी होगी।
इस नए संसद भवन में 1224 सांसद एक साथ बैठ सकेंगे और मौजूदा श्रम शक्ति भवन (संसद भवन के निकट) के स्थान पर दोनों सदनों के सांसदों के लिए कार्यालय परिसर का निर्माण कराया जाएगा।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के मुताबिक संसद के वर्तमान भवन को देश की पुरातात्त्विक संपत्ति के तौर पर संरक्षित रखा जाएगा।
उनके मुताबिक नए भवन के निर्माण की आधारशिला संबंधी कार्यक्रम के लिए सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया जाएगा। कुछ लोग मौके पर मौजूद होंगे तथा अन्य लोग डिजिटल माध्यम शामिल होंगे। वहीं कार्यक्रम में कोरोना वायरस से संबंधित सभी दिशा निर्देशों का पालन होगा। बिरला ने शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी को इस कार्यक्रम का औपचारिक निमंत्रण प्रदान किया।
नियमों के अनुसार लोकसभा का अध्यक्ष संसद भवन का संरक्षक भी होता है। नए भवन के निर्माण के दौरान वायु एवं ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त उपाय किए गए हैं। ओम बिरला के मुताबिक नए संसद भवन में सभी सांसदों के लिए अलग कार्यालय होंगे जो आधुनिक डिजिटल सुविधाओं से युक्त होंगे तथा यह ‘कागज रहित कार्यालय बनाने की दिशा में कदम होगा।
नए संसद भवन में एक विशाल संविधान कक्ष होगा, जिसमें भारत की लोकतांत्रिक धरोहर को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही सांसदों के लिए एक लॉन्ज भी बनेगा। उनके लिए पुस्तकालय, विभिन्न समितियों के कक्ष, भोजन कक्ष और पार्किंग क्षेत्र होगा।