बेटियों की कब्रगाह बन रहा उत्तर प्रदेश, एक और बेटी ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद दी जान
ऐसा लग रहा प्रदेश में अब बेटियों के रहने लायक माहौल ही नहीं बचा है। प्रदेश के हर एक कोने से बेटियों के साथ हो रही हैवानियत की खबरें प्रदेश की कानून व्यवस्था को झकझोर रही है।
चित्रकूट। ऐसा लग रहा प्रदेश में अब बेटियों के रहने लायक माहौल ही नहीं बचा है। प्रदेश के हर कोने से बेटियों के साथ हो रही हैवानियत की खबरें प्रदेश की कानून व्यवस्था को झकझोर रही है। हाथरस से शुरू हुआ दुष्कर्म का कुचक्र लगातार घुमता जा रहा है। कभी बलरामपुर तो कभी झांसी और अब चित्रकूट में एक बेटी से सामूहिक दुष्कर्म हुआ। इस घटना के बाद बेटी ने अपने जीवन का अंत कर लिया।
चित्रकूट के सदर कोतवाली क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म पीड़ित किशोरी के खुदकुशी कर ली ।इसके बाद किसी अनहोनी की डर से पूरे गांव को पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। बेटी के आत्महत्या करने से बेहाल माता-पिता का कहना है कि दोनों युवकों की गिरफ्तारी संग उनको इंसाफ चाहिए। बेटी की मौत ने परिजनों को तोड़कर रख दिया है। परिजन अब हर हाल में इंसाफ मांग रहे है।
आत्महत्या करने वाली बेटी के पिता का आरोप है कि घटना के बाद से बेटी गुमसुम रहती थी और घर से बाहर निकलना भी बंद कर दिया था। उधर, घटना के बाद गांव पहुंचे चित्रकूटधाम मंडल के आईजी के सत्यनारायण, जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय और एएसपी पीसी पांडेय ने परिजनों से मुलाकात कर न्याय दिलाने का भरोसा दिया।
किशोरी के पिता ने बताया कि बेटी ने इसी साल कक्षा आठ की परीक्षा पास कर नौवीं में दाखिला लिया था।बेटी की मौत से पूरे गांव में गुस्से का माहौल है।
इस कांड ने एक बार फिर प्रदेश वासियों को हाथरस कांड की याद दिला दी। बेटी की मौत के बाद सदर कोतवाली प्रभारी जयशंकर सिंह फोर्स के साथ गांव पहुंच गए। शव जिस तरह से गांव में पुलिस बल अलर्ट हुआ और पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार बुधवार को कराया जाएगा।पुलिस ने शव को घर के बाहर रखवा दिया है। कोतवाल ने बताया कि वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई जा रही, ताकि किसी तरह का पक्षपात का आरोप न लग सके।