फिरोजाबाद में डेंगू और वायरल का कहर जारी, अब तक 116 लोगों ने तोड़ा दम
बढ़ती मौतों के तोहमत से बचने के लिए सौ शैय्या अस्पताल में लगातार मरीजों की संख्या घटाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग डेंगू और वायरल का प्रकोप अब काबू में आने के आंकड़े पेश कर रहा है। हालांकि अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को सौ शैय्या अस्पताल और नवनिर्मित बिल्डिंग में बने वार्ड में करीब 409 बच्चे भर्ती थे।
फिरोजाबाद। यूपी के फिरोजाबाद जिले में डेंगू और वायरल की वजह से स्थिति भयावह होती जा रही है। सरकार के प्रयास विफल होते जा रहे है। डेंगू और बुखार से हो रही मौत के कारण लोगों का गुस्सा प्रशासन के प्रति बढ़ता जा रहा है।
फिरोजाबाद में डेंगू और वायरल से गुरुवार को चार बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। आपकों बता दें कि तीन बच्चों ने चार घंटे के अंतराल में ही सौ शैय्या अस्पताल में दम तोड़ दिया। जनपद में डेंगू और वायरल से अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी हैं। मरने वालों में ज्यादात बच्चे शामिल है।
इनकी हुई मौत
झलकारी नगर के निकट स्थित बजरंग नगर निवासी कामिनी (4) को सौ शैय्या अस्पताल से आगरा रेफर किया गया। आगरा ले जाते समय कामिनी की मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि तीन दिन से कामिनी का सौ शैय्या अस्पताल में इलाज चल रहा था। परिजनों ने बताया कि कामिनी के एक भाई का सौ शैय्या अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इसी तरह करबला गली नंबर सात निवासी रितिक (5) पुत्र राजकुमार की भी मौत हो गई। टापाकलां निवासी खुशी (12) पुत्री झम्मनलाल ने भी सौ शैय्या अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। हिमांयूपुर निवासी प्रियंका (12) पुत्री सर्वेश की भी सौ शैय्या अस्पताल में मृत्यु हो गई। इधर, शिकोहाबाद के समीपवर्ती गांव नगला बलुआ में डेंगू से 23 वर्षीय अंकित पुत्र रजनेश की दिल्ली में मौत हो गई।
आंकड़ों का खेल
बढ़ती मौतों के तोहमत से बचने के लिए सौ शैय्या अस्पताल में लगातार मरीजों की संख्या घटाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग डेंगू और वायरल का प्रकोप अब काबू में आने के आंकड़े पेश कर रहा है। हालांकि अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।
गुरुवार को सौ शैय्या अस्पताल और नवनिर्मित बिल्डिंग में बने वार्ड में करीब 409 बच्चे भर्ती थे। एलाइजा टेंस्ट में 142 और बच्चों में डेंगू की पुष्टि हुई। इधर, शहर के निजी अस्पताल फुल है। परिजन बच्चों की जान बचाने के लिए इलाज के लिए दिल्ली और आगरा लेकर जा रहे है।
एक पलंग पर दो बच्चों का इलाज
मरीजों की संख्या बढ़ने से संसाधनों की कमी होने लगी है। नतीजा यह दिखने लगा कि एक पलंग पर दो-दो बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। बुखार से तपते और बेहोशी की हालत में आने वाले बच्चों को दवा देकर लौटाया जा रहा है। सौ शैय्या अस्पताल में गुरुवार दोपहर दो बजे तक 75 नए मरीजों को ही भर्ती किया गया। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में अब डेंगू काबू में आ गया है।
डॉ. संगीता अनेजा, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज फिरोजाबाद का कहना है कि सौ शैय्या अस्पताल और नवनिर्मित बिल्डिंग में करीब 400 मरीज भर्ती हैं। सामान्य बुखार से ग्रसित बच्चों को दवा दी जा रही है। गंभीर बच्चों को ही मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया जा रहा है। हम स्वयं वार्ड में राउंड ले रहे हैं। एक-एक गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।
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