गुजरात निकाय चुनाव में प्रधानमंत्री की भतीजी को टिकट नहीं, BJP बोली नियम सबके लिए बराबर
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भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल से जब सोनल मोदी को टिकट नहीं दिए जाने के बारे में पूछा गया तो जवाब में कहा कि नियम सबके लिए बराबर हैं। वहीं टिकट नहीं मिलने के बाद सोनल मोदी बोलीं, पार्टी कार्यकर्ता की हैसियत से मांगा था।
गुजरात। जहां एक तरफ भारतीय राजनीति में वंशवाद अमरवेल की तरफ तेजी से पनप रही है। वहीं गुजरात की भाजपा इकाई ने जबरदस्त उदाहरण पेश किया है।
निकाय चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी सोनल मोदी वार्ड पार्षदी के लिए टिकट नहीं दिया गया। पार्टी ने उम्मीदवारों के लिए नए नियमों का हवाला देते हुए सोनल को टिकट देने से इनकार कर दिया।
भाजपा ने अहमदाबाद नगर निगम एएमसी के आगामी चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी कर दी है,लेकिन इसमें सोनल मोदी का नाम नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी की भतीजी सोनल ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा था कि उन्होंने अहमदाबाद नगर निगम के बोदकदेव वार्ड से चुनाव लड़ने के लिए भाजपा से टिकट मांगा है। सोनल मोदी, प्रधानमंत्री मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी की बेटी हैं, जो शहर में राशन की दुकान चलाते हैं। प्रह्लाद मोदी गुजरात उचित दर दुकान संघ के अध्यक्ष भी हैं।
नियम सबके लिए बराबर
मालूम हो कि भाजपा की ओर से गुरुवार देर शाम जारी की गई उम्मीदवारों की सूची में बोदकदेव या किसी अन्य वार्ड से सोनल को उम्मीदवार नहीं बनाया गया है।
भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल से जब सोनल मोदी को टिकट नहीं दिए जाने के बारे में पूछा गया तो जवाब में कहा कि नियम सबके लिए बराबर हैं।
वहीं टिकट नहीं मिलने के बाद सोनल मोदी बोलीं, पार्टी कार्यकर्ता की हैसियत से मांगा था टिकट बता दें कि गुजरात की भाजपा इकाई ने हाल ही में घोषणा की थी कि पार्टी नेताओं के रिश्तेदारों को आगामी चुनाव में टिकट नहीं दिया जाएगा।
हालांकि, सोनल मोदी ने दावा किया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री की भतीजी होने के नाते नहीं बल्कि भाजपा कार्यकर्ता की हैसियत से टिकट मांगा था।
इन शहरों में होगा चुनाव
गुजरात के राजकोट, अहमदाबाद,वडोदरा, सूरत, भावनगर और जामनगर समेत कुल छह नगर निगमों के चुनाव के लिए 21 फरवरी को मतदान होगा, जबकि 81 नगरपालिकाओं,31 जिला पंचायतों और 231 तालुका पंचायतों के लिए 28 फरवरी को वोट डाले जाएंगे।