विभाग पुतवाएगा अब प्रधानों के नाम के लगे बोर्ड, ये है वजह

टीम भारतदीप |

उत्तर प्रदेश में प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर 2020 को खत्म हो चुका है।
उत्तर प्रदेश में प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर 2020 को खत्म हो चुका है।

उत्‍तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गईं हैं। प्रधानों का कार्यकाल खत्म हो चुका है। ऐसे में अब प्रधानों के नाम के लगे बोर्ड को पुतवाने का काम जिला पंचायत राज विभाग की तरफ से किया जाएगा।

बदायूं। उत्‍तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गईं हैं। प्रधानों का कार्यकाल खत्म हो चुका है।

ऐसे में अब प्रधानों के नाम के लगे बोर्ड को पुतवाने का काम जिला पंचायत राज विभाग की तरफ से किया जाएगा। इसको लेकर डीपीआरओ ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे जनपद में जहां पर भी प्रधानों के नाम के बोर्ड लगे हैं, उन पर से प्रधानों के नाम को पुतवाया जाए।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर 2020 को खत्म हो चुका है। शाशन के निर्देशों पर जिला प्रशासन द्वारा चुनाव को लेकर तैयारियां की जा रही है। जानकारी के मुताबिक पंचायत चुनाव फरवरी के अंतिम सप्ताह या मार्च के शुरुआत में होने की संभवना है।

यदि ऐसा है तो फरवरी के शुरुआती हफ्ते में या फिर जनवरी के आखिरी में इसकी अधिसूचना भी जारी हो सकती है। वहीं दूसरी ओर देखा गया है कि अधिकांश गांवों में अभी भी प्रधान के नाम के बोर्ड लगे हुए है।

इनको पंचायती राज विभाग ने अपने संज्ञान में लिया है क्योंकि जब प्रधान पद का कार्यकाल खत्म हो गया है तो कोई भी व्यक्ति अपने नाम के आगे प्रधान पद नहीं लिखा सकता है। वहीं इस संबंध में डीपीआरओ ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे जनपद में जहां पर भी प्रधानों के नाम के बोर्ड लगे हैं, उन पर से प्रधानों के नाम को पुतवा दिया जाए।

ऐसे में जिन गांवों के बाहर अभी भी प्रधानों के नाम के बोर्ड लगे हैं उनको पंचायती राज विभाग ने पुतवाने का फैसला किया है। अधिकारियों का कहना है कि जब प्रधानों का कार्यकाल खत्म हो गया तो नियम के अनुसार अब कोई भी नाम के आगे प्रधान नहीं लिख सकता है।

वहीं यूपी के बदायूं के जिला पंचायत राज अधिकारी डॉ. शरनजीत कौर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे भी दिया है कि जल्द से जल्द वह प्रधानों के गांवों के बाहर या अंदर लगे बोर्ड से प्रधान पद के साथ लिखे नाम को पुतवा दें। इसमें किसी भी तरफ की कोई लापरवाही न की जाए। इसलिये निर्देश मिलते ही विभाग ने तैयारी मुकम्मल कर ली है और जल्द ही कार्य शुरू हो जाएगा।


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