क्या राजस्थान कांग्रेस में लग गई 'सेंध' ? घटनाक्रम इस ओर कर रहे इशारा
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स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के बाद शनिवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने खुलासा किया कि 3 निर्दलीय विधायक मोटी रकम लेकर कांग्रेस विधायकाें काे तोड़ने गए थे।
जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। यहां सरकार गिराने की साज़िश और विधायकाें की खरीद-फराेख्त के आरोपों के बीच शनिवार देर रात तक सियासी घटनाक्रम तेज़ी से बदल गया है। डिप्टी सीएम सचिन पायलट समेत 12 कांग्रेसी और 3 निर्दलीय विधायकाें के दिल्ली के अलावा हरियाणा के तावड़ू स्थित एक हाेटल में हाेने की सूचना मिली है।
सोनिया गांधी से मिलेंगे विधायक
इस वजह से मध्यप्रदेश जैसी स्थिति यहां भी देखन को मिल रही है। माना जा रहा है कि सरकार से नाराज चल रहे कांग्रेसी विधायक पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर अपनी बात रख सकते हैं। इसके लिए आलाकमान से समय मांगा गया है। उधर, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के बाद शनिवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने खुलासा किया कि 3 निर्दलीय विधायक मोटी रकम लेकर कांग्रेस विधायकाें काे तोड़ने गए थे। उन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
ये विधायक दिल्ली पहुंचे
शनिवार को जो विधायक दिल्ली पहुंचे उनमें सुरेश टांक, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, ओम प्रकाश हुडला, राजेंद्र बिधुड़ी, पीआर मीणा सहित अन्य विधायक हैं। इनके अलावा, दिल्ली में ही विधायक रोहित बोहरा, चेतन डूडी और दानिश अबरार एकसाथ दिल्ली में रहे। हालांकि जब इन विधायकों में से कुछ लोगों से संपर्क हुआ तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया। कुछ ने कहा कि निजी काम से दिल्ली पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री ने की बैठक
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रात 8:30 बजे कैबिनेट मंत्रियों की मीटिंग ली। इसमें 12 मंत्री और तमाम विधायक मौजूद रहे। करीब 2 घंटे चली बैठक में सीएम ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिए कि वे अपने प्रभार वाले जिलों के विधायकों से संपर्क में रहें और कोई भी जानकारी उन्हें मिलती है तो साझा करें। किसी विधायक को कोई आपत्ति है तो मंत्री उन्हें सीधे सीएम से मिला सकते हैं। सभी मंत्रियों को अपने क्षेत्रों का दौरा करने के लिए भी कहा गया। बैठक में सिर्फ उन्हीं मंत्रियों को बुलाया गया था, जो जयपुर में मौजूद थे।
तीनों निर्दलीयों से कांग्रेस ने नाता तोड़ा
डूंगरपुर और बांसवाड़ा के विधायकों को पैसा देने के मामले में एसीबी ने शनिवार को तीन निर्दलीय विधायकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इनमें महुवा से ओमप्रकाश हुड़ला, अजमेर किशनगढ़ से सुरेश टांक और पाली मारवाड़ जंक्शन से निर्दलीय विधायक खुशवीर सिंह शामिल हैं। जांच में सामने आया कि इनके पास मोटी धनराशि भी थी। ऐसा पहली बार हुआ है जब एसीबी ने इस तरह के मामलों में प्राथमिकी दर्ज की है। तीनों ने स्थानीय विधायकों को प्रलोभन दिया था। तीनों की कांग्रेस से संबद्धता खत्म कर दी गई है।
'केंद्र के इशारे पर सरकार गिराने में जुटे'
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा नेता गुलाब चंद कटारिया, प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का सीधे नाम लेते हुए कहा, 'ये लोग केंद्रीय नेताओं के इशारे पर राजस्थान में सरकार को गिराने के लिए खेल खेल रहे हैं। एक तरफ राज्य सरकार काेराेना से लड़ रही है लेकिन भाजपा सरकार गिराने की कोशिशों में लगी है।' उन्होंने कहा कि जैसे बकरा मंडी में बकरे बिकते हैं, भाजपा उसी ढंग से खरीदकर राजनीति करना चाहती है. इनकी बेशर्मी की हद है।