मानव संपदा को अब भी हल्के में ले रहे शिक्षक पढ़ें बेसिक शिक्षा निदेशक का यह सातवां लेटर
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अब इसमें छूट की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही है। डाटा अपलोड होने के बाद शिक्षकों के वेतन की प्रक्रिया भी पोर्टल के माध्यम से ही की जानी है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग अब मानव संपदा पोर्टल पर सभी शिक्षकों का डाटा आॅनलाइन अपलोड कर उसी के अनुसार भविष्य में सभी प्रक्रियाएं करने का मन बना चुका है। अब इसमें छूट की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही है। डाटा अपलोड होने के बाद शिक्षकों के वेतन की प्रक्रिया भी पोर्टल के माध्यम से ही की जानी है। इस संबंध में बेसिक शिक्षा निदेशक ने सातवां पत्र सभी जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों को लिखा है।
बेसिक शिक्षा निदेशक डाॅ. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह की ओर से जारी इस पत्र में पूर्व के सभी पत्रों का जिक्र करते हुए कहा गया है कि मानव संपदा पर शिक्षकों के डाटा अपलोड और शैक्षिक प्रमाणप पत्र व अंक पत्र की स्कैन काॅपी के अपलोडिंग और वेरिफिकेशन का कार्य हर हाल में 31 अगस्त तक पूरा कर लिया जाए।
उनका कहना है कि 31 अगस्त 2020 के बाद मानव संपदा पोर्टल को लाॅक करा दिया जाएगा। इसके बाद जिस शिक्षक का भी डाटा अपलोड नहीं होगा उसके लिए संबंधित शिक्षक के साथ ब्लाॅक के खंडशिक्षाधिकारी भी उत्तरदायी होंगे। निदेशक ने बीएसए को आदेश दिया है कि 31 अगस्त के बाद डाटा अपलोड न होने की स्थिति में संबंधित शिक्षक और खंड शिक्षाधिकारी का वेतन रोकते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की जाए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अनामिका शुक्ला फर्जी शिक्षक प्रकरण के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने मानव संपदा पोर्टल को लेकर गंभीरता दिखाई है। अब विभाग किसी रियायत के मूड में नहीं है।