50 फीसदी स्टाफ के साथ आज से खुलेगा डॉ. आंबेडकर विवि, छात्रों को नहीं मिलेगा प्रवेश
विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव प्रो. पीके सिंह ने बताया कि परिसर में छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। छात्र हित में हेल्प डेस्क से छात्र-छात्राओं के समस्याओं के निस्तारण का निर्णय कुलपति प्रो. अशोक मित्तल के आदेश पर लिया गया है। हेल्प डेस्क के काउंटरों पर पहुंचकर छात्र-छात्राएं प्रार्थना पत्र दे सकेंगे।
आगरा। कोरोना वायरस की भयावहता के कारण बंद पड़ा डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में आज से 19 दिन बाद फिर चहल—पहल दिखाई देगी। अभी केवल सभी विभागों के कार्यालयों में काम ही होंगे। लंबित प्रकरणों को निस्तारित किया जाएगा। वहीं, हेल्प डेस्क भी खोली जाएगी। जो छात्र-छात्राएं या उनके अभिभावक प्रार्थनापत्र देंगे, उनका निस्तारण कराया जाएगा।
विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव प्रो. पीके सिंह ने बताया कि परिसर में छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। छात्र हित में हेल्प डेस्क से छात्र-छात्राओं के समस्याओं के निस्तारण का निर्णय कुलपति प्रो. अशोक मित्तल के आदेश पर लिया गया है।
हेल्प डेस्क के काउंटरों पर पहुंचकर छात्र-छात्राएं प्रार्थना पत्र दे सकेंगे। उनकी समस्या का निराकरण किया जाएगा। छात्र-छात्राओं को ध्यान रखना होगा कि वह मास्क लगाकर ही हेल्प डेस्क पर पहुंचे। काउंटर के सामने सुरक्षित शारीरिक दूरी बनाकर ही अपना काम कराएं।
हेल्प डेस्क पर समस्याओं का होगा समाधान
प्रभारी कुलसचिव की ओर से बुधवार को भी कार्यालय आदेश जारी किया गया। इसमें कहा गया है कि विश्वविद्यालय परिसर के संस्थानों में पंजीकृत दूसरे, चौथे, छठवें और आठवें सेमेस्टर पाठ्यक्रम से संबंधित शिक्षण कार्य संस्थानों में न होकर 20 मई से ऑनलाइन संचालित होंगे।
परिसर में छात्र-छात्राओं को उपस्थित नहीं होना है। वहीं, विभागों में कर्मचारियों की 50 फीसदी उपस्थिति रहेगी, बाकी 50 फीसदी घर से काम करेंगे।आपकों बता दें कि डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय एक मई से बंद है। पहले 15 मई तक तारीख निर्धारित थी और बाद में बढ़ाकर 20 मई कर दी गई।