डॉ. कफील खान ने अपनी बहाली के लिए आईएमए समेत डॉक्टरों की कई संस्था को लिखा पत्र
उत्तर प्रदेश के गोखपुर स्थित बी॰आर॰डी॰ मेडिकल कॉलेज से निलंबित किए गए डॉ. कफील खान ने आईएमए समेत डॉक्टरों की कई संस्थाओं को पत्र लिखकर खुद को बहाल किए जाने के लिए मदद की गुहार लगाई है।
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोखपुर स्थित बी॰आर॰डी॰ मेडिकल कॉलेज से निलंबित किए गए डॉ. कफील खान ने आईएमए समेत डॉक्टरों की कई संस्थाओं को पत्र लिखकर खुद को बहाल किए जाने के लिए मदद की गुहार लगाई है।
डॉ कफील खान ने अपने पत्र में लिखा है कि उनके ऊपर लगे आरोपों की जांच कर रही कई जांच एजेंसियों और कोर्ट से क्लीनचिट मिलने के बावजूद सरकार उन्हें बहाल नहीं कर रही है। ऐसे में संस्था ही उनकी मदद करे और उनको इस मुसीबत से बाहर निकाले।
बता दें गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत में डॉ कफील खान के ऊपर लापरवाही करने का आरोप लगा था। बच्चों की मौत के बाद हुए बवाल के बाद सरकार ने डॉ. कफील खान को लापरवाही करने की वजह से निलंबित कर दिया था। निलंबित होने के बाद उनके ऊपर और भी कई आरोप लगे।
डॉ कफील खान कई दिनों तक जेल में बंद थे। कुछ हफ्तों पहले ही कोर्ट ने उन्हें क्लीनचिट देते हुए रिहा करने की बात कही थी। कोर्ट से क्लीनचिट मिलने के बाद उन्हें जेल से छोड़ दिया गया था। वहीं कफील खान ने अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), इंडियन एकेडमी आफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी), नेशनल नियोनेटोलॉजी फोरम (एनएनएफ़), प्रोग्रेसिव मेडिकोस एंड साइंटिस्ट्स फोरम (पीएमसएफ़) और मेडिकल सर्विस सेंटर (एमएससी) को पत्र लिख कर अपने निलम्बन को ख़त्म कराने में मदद मांगी है।
डॉक्टर कफ़ील खान का कहना है कि बीआरडी मेडिकल त्रासदी के बाद कोर्ट और नौ अलग—अलग जांच में उन्हें पहले ही क्लीन चिट मिल चुकी है। इसके बावजूद वह पिछले 3 वर्षों से निलम्बित हैं। वहीं बाक़ी डॉक्टर जो बीआरडी ऑक्सिजन त्रासदी में निलम्बित हुए थे उनकी बहाली हो गयी है।
डॉ कफील खान का कहना है कि उन्होंने अभी तक उत्तरप्रदेश सरकार को 25 से अधिक पत्र लिख कर अपनी बहाली के लिए निवेदन किया है ताकि वो इस समय कोरोना महामारी के समय देश की सेवा कर सके। डॉ कफील खान का कहना है कि इतने पत्र लिखने के बाद भी उत्तर प्रदेश सरकार उनकी बहाली नहीं कर रही।