यूपी: वेटिंग लिस्ट वाले अफसरों को मिली नई जिम्मेदारी, कुछ दिन पहले हटाए गए थे इन जिलों से
कुछ ही दिनों पहले इन अफसरों के पास जिलों की जिम्मेदारी थी। जिसे सरकार ने लेकर प्रतीक्षा सूची में डाल दिया था।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बेहतर सेवा के लिए लगातार आईएएस और आईपीएस अफसरों का तबादला कर रही है। इसी के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में मंगलवार को देर रात बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। मंगलवार की देर रात को प्रतीक्षा सूची में डाले गए सात आईएएस के साथ आठ अफसरों को जिम्मेदारी दी गई है। कुछ ही दिनों पहले इन अफसरों के पास जिलों की जिम्मेदारी थी। जिसे सरकार ने लेकर प्रतीक्षा सूची में डाल दिया था।
सरकार ने अनिल ढींगरा को विशेष सचिव एपीसी बनाया है। जेपी सिंह को विशेष सचिव पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी दी गई है। अखिलेश तिवारी विशेष सचिव एमएसएमई बनाए गए हैं। ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी विशेष सचिव नियोजन बने हैं। योगेश शुक्ला को विशेष सचिव आबकारी बनाया गया है। ओपी आर्य को सदस्य राजस्व परिषद प्रयागराज बनाने का फैसला हुआ है। वहीं सी इनदुमती को निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि राजेश पांडे विशेष सचिव एपीसी बनाए गए हैं।
बताते चलें कि आज जिन अफसरों को नई जिम्मेदारी गई है, उनमें से सात को पिछले दिनों हुए तबादले के दौरान प्रतीक्षारत सूची में डाल दिया गया था। इसमें मेरठ के जिलाधिकारी रहे अनिल ढींगरा, इटावा के जिलाधिकारी जितेंद्र बहादुर सिंह, सीतापुर के जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी, ललितपुर के जिलाधिकारी योगेश कुमार शुक्ला, सुल्तानपुर की जिलाधिकारी सी.इंदुमति, गाजीपुर के जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्या और मऊ के जिलाधिकारी रहे ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी शामिल थे।
गौरतलब है कि पिछले दिनों भी उत्तर प्रदेश सरकार देर रात 15 आइएएस अफसरों के तबादले कर दिए। आठ जिलों में नए जिलाधिकारी तैनात किए गए हैं। इनमें से सात जिलों के डीएम को हटाते हुए उन्हें प्रतीक्षारत कर दिया गया है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वाराणसी के एमडी रहे के. बालाजी को मेरठ, यूपी मेडिकल सप्लाईज कारपोरेशन लखनऊ की एमडी श्रुति सिंह को इटावा का जिलाधिकारी बनाया गया है।