गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के बाहर एंबुलेंस में तड़पता रहा बुजुर्ग, बिना इलाज दुनिया छोड़ गया

टीम भारत दीप |

परिवार के लोग  मिन्नतें करते रहे , लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से इंकार कर दिया।
परिवार के लोग मिन्नतें करते रहे , लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से इंकार कर दिया।

72 साल के कोरोनावायरस से संक्रमित व्यक्ति को उनके परिवार के लोग 108 नंबर एंबुलेंस से लेकर दोपहर करीब 12:00 बजे मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड पहुंचे थे। जब परिवार के लोगों ने उन्हें भर्ती करने के लिए कहा तो अस्पताल प्रशासन की ओर से यह कहा गया कि बेड फुल है।

गोरखपुर। प्रदेश मुखिया योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर में मेडिकल कॉलेज के कोरोना सेंटर की हालत खराब है। यहां इलाज कराने पहुंचे एक बुजुर्ग को समय से भर्ती नहीं किया गया, इस वजह से उनका इलजा नहीं शुरू हो सका और वह बिना इलाज के लिए मर गए।

दरअसल बुजुर्ग के परिजन 108 एंबुलेंस से बीआरडी मेडिकल कॉलेज इलाज के लिए पहुंचे थे, लेकिन यहां बेड फुल होने की बात कहकर उन्हें भर्ती नहीं किया गया।

इसके चलते करीब ढाई घंटे तड़पने के बाद बुजुर्ग की मौत हो गई।बुजुर्ग की मौत के बाद जिम्मेदारों का कहना है कि मामले में जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

आपकों बता दें कि खजनी क्षेत्र निवासी 72 साल के कोरोनावायरस से संक्रमित व्यक्ति को उनके परिवार के लोग 108 नंबर एंबुलेंस से लेकर दोपहर करीब 12:00 बजे मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड पहुंचे थे।

जब परिवार के लोगों ने उन्हें भर्ती करने के लिए कहा तो अस्पताल प्रशासन की ओर से यह कहा गया कि बेड फुल है। परिजनों का आरोप है कि इलाज करने की बजाय अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि कहीं और ले जाइए, परिवार के लोग लाख मिन्नतें करते रहे लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से इंकार कर दिया।

ढाई घंटे तक एंबुलेंस में ही तड़पता रहा वृद्ध 

परिजनों के मुताबिक उन्हें इलाज के लिए भर्ती ​नहीं किया गया। इस वजह से वह करीब ढाई घंटे तक एंबुलेंस में ही तड़पते रहे और आखिरकार उनकी मौत हो गई।

स्थानीय लोगों ने बताया कि  मेडिकल कॉलेज में इस तरीके का यह पहला मामला नहीं है। मरीजों को बिना इलाज लौटाने के कई मामले पहले भी आ चुके है। वहीं इस संबंध में बीआरडी के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार का कहना है कि यह बात सच है कि आईसीयू में सभी बेड बिल्कुल हो चुके हैं। इसलिए गंभीर मरीजों को भर्ती करने में दिक्कतें आ रही हैं।

मरीजों को भी कमांड सेंटर के जरिए आना चाहिए तो उन्हें परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी, यदि इस मामले में लापरवाही हुई है तो जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

गोरखपुर में सोमवार को 522 संक्रमित मिले

गोरखपुर में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक साबित हो रही है। एक दिन में मरीजों की संख्या के मामले में सोमवार को एक साल का रिकॉर्ड टूट गया।

24 घंटे के अंदर जिले में 522 संक्रमित मिले हैं। इसके साथ ही सोमवार को पांच मरीजों की मौत भी बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुई है। इनमें चार गोरखपुर और एक देवरिया के रहने वाले हैं।

सोमवार को संक्रमितों में सबसे ज्यादा एम्स से मिले हैं। एम्स में एमबीबीएस छात्र, डॉक्टर व उनके परिजनों समेत 13 लोग पॉजिटिव मिले हैं। संक्रमितों में एक साल का मासूम भी शामिल है।

सीएमओ डॉ. सुधाकर पांडेय ने बताया कि 522 मरीज मिलने के बाद जिले में संक्रमितों की संख्या 24396 पहुंच गई है। इनमें 21540 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। कुल मौतों का आंकड़ा 374 पर पहुंच गया है। एक्टिव केस की स्थिति दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। मौजूदा समय में एक्टिव केस की संख्या दो हजार पार 2482 पहुंच गई है।


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