बिहार में चुनाव बाः कोरोना संकट के बीच तीन चरणों में वोटर चुनेंगे नया सीएम
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चुनाव की तारीखों का एलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि 70 देशों ने चुनाव टाल दिए, लेकिन जैसे-जैसे दिन गुजरते गए न्यू नॉर्मल होता हो गया क्योंकि कोरोना के जल्दी खत्म होने के संकेत नहीं मिले।
नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को बिहार राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया। उत्तर प्रदेश से सटे इस राज्य में तीन चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में 28 अक्टूबर को 71 सीटों के लिए मतदान होना है। इसमें 16 जिले, 31 हजार पोलिंग बूथ रहेंगे।
दूसरे फेज में 3 नवंबर को 94 सीटों पर मतदान होगा। इसमें 17 जिले, 42 हजार पोलिंग बूथ होंगे। तीसरे फेज में 7 नवंबर को 78 सीटों पर वोटिंग होगी। इसमें 15 जिले, 33.5 हजार पोलिंग बूथ होंगे। 10 नवंबर को मतगणना होगी और इसी दिन नतीजे आएंगे।
शुक्रवार को चुनाव की तारीखों का एलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि 70 देशों ने चुनाव टाल दिए, लेकिन जैसे-जैसे दिन गुजरते गए न्यू नॉर्मल होता हो गया क्योंकि कोरोना के जल्दी खत्म होने के संकेत नहीं मिले।
हम चाहते थे कि लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार बना रहे। उनके स्वास्थ्य की भी हमें चिंता करनी थी। यह कोरोना के दौर में देश का ही नहीं, बल्कि दुनिया का पहला सबसे बड़ा चुनाव होने जा रहा है।
बता दें कि बिहार में 243 सीटों के लिए करीब 7.29 करोड़ लोग वोट डालेंगे। चुनाव में 1.73 लाख वीवीपैट का इस्तेमाल होगा। 46 लाख मास्क, 7.6 लाख फेस शील्ड, 23 लाख जोड़े हैंड ग्लव्स और 6 लाख पीपीई किट्स का इस्तेमाल इस चुनाव में किया जाएगा।
कोरोना गाइडलाइन के कारण वोटिंग का समय भी एक घंटा बढ़ा दिया गया है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को छोड़कर सामान्य इलाकों में सुबह 7 से शाम 5 की बजाय सुबह 7 से शाम 6 के बीच वोटिंग होगी। एक पोलिंग बूथ पर 1500 की जगह 1000 वोटर आएंगे।
नामांकन के लिए उम्मीदवार 5 की जगह 2 ही गाड़ियां साथ ले जा सकेंगे। कोरोना के जो मरीज क्वारेंटाइन हैं, वे वोटिंग के दिन आखिरी घंटे में ही मतदान कर पाएंगे। जरूरत और मांग के अनुसार पोस्टल बैलट की सुविधा दी जाएगी। चुनाव आयोग ने कहा कि सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल पर नजर रहेगी, हेट स्पीच पर सख्ती से निपटेंगे।
बता दें कि 2015 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल यूनाइटेड और कांग्रेस ने साथ मिलकर महागठबंधन बनाया था। इस गठबंधन को 178 सीटें मिलीं थी। डेढ़ साल बाद ही नीतीश महागठबंधन से अलग होकर एनडीए में चले गए। इस चुनाव में एनडीए में भाजपा, लोजपा और हम (सेक्युलर) के साथ जदयू भी है। पिछले चुनाव में एनडीए का हिस्सा रही रालोसपा महागठबंधन के साथ है।