यूपी में चुनाव: पांचवें चरण की 61 सीटों पर आज शाम थम जाएगा चुनाव प्रचार

टीम भारत दीप |

इस चरण को भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है।
इस चरण को भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है।

अवध और पूर्वांचल के 11 जिलों में 27 फरवरी को मतदान होना हैं उनमें अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, चित्रकूट, बहराइच, श्रावस्ती, बाराबंकी, प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशांबी और गोंडा शामिल हैं। प्रदेश के इस हिस्से को भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है। 2017 में भाजपा ने यहां की 47 और सहयोगी अपना दल ने तीन सीटें जीती थीं।\

लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में मतदान की प्रक्रिया इस बार सात चरणों में हो रही है। इस क्रम में चार चरणों के मतदान शांतिपूर्ण हो चुके है। अब तीन चरण के मतदान बाकी है। पांचवें चरण के मतदान के लिए आज शाम चुनावी शोरगुल थम जाएगा। इस चरण में अवध और पूर्वांचल के 11 जिलों की 61 सीटों पर मतदान होने है। इस चरण में 693 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं।

अवध और पूर्वांचल के 11 जिलों में 27 फरवरी को मतदान होना हैं उनमें अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, चित्रकूट, बहराइच, श्रावस्ती, बाराबंकी, प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशांबी और गोंडा शामिल हैं। प्रदेश के इस हिस्से को भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है। 2017 में भाजपा ने यहां की 47 और सहयोगी अपना दल ने तीन सीटें जीती थीं। पांच सीटें बसपा, तीन सपा और एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी।

इनकी प्रतिष्ठा लगी दांव पर

इस चरण में प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों के साथ ही उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, इलाहाबाद पश्चिम से कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, इलाहाबाद दक्षिण से नंद गोपाल नंदी, प्रतापगढ़ की पट्टी सीट से मोती सिंह जैसे मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। पूर्व मंत्रियों  अवधेश प्रसाद, तेजनारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय, कुंडा से रघुराज प्रताप सिंह मुख्य हैं।

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