शर्मनाक: खाकी को लगाया दाग, मदद मांगने थाने पहुंची महिला की इज्जत कर दी तार—तार
थाने में मदद की गुहार लगाने पहुंची महिला की इज्जत को खाकीधारी ने तार—तार कर दिया। आरोपी वर्दीधारी के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया है। अब आगे की कार्रवाई की बात कही जा रही है। जानकारी के मुताबिक मामला अलवर के खेड़ली का है। थाने में मदद की गुहार लगाने गई महिला को एक पुलिसकर्मी ने अपनी हवस का शिकार बना लिया।
अलवर। राजस्थान के अलवर से आज महिला दिवस के अवसर पर शर्मसार करने वाली खबर सामने आई हैं। यहां एक बार फिर वर्दीधारा दरोगा ने खाकी को कलंकित किया है। दरअसल यहां थाने में मदद की गुहार लगाने पहुंची महिला की इज्जत को खाकीधारी ने तार—तार कर दिया। आरोपी वर्दीधारी के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया है।
अब आगे की कार्रवाई की बात कही जा रही है। जानकारी के मुताबिक मामला अलवर के खेड़ली का है। बताया गया कि यहां थाने में मदद की गुहार लगाने गई महिला को एक पुलिसकर्मी ने अपनी हवस का शिकार बना लिया।
बताया गया कि 26 वर्षीय पीड़िता खेड़ली थाने में पति के खिलाफ प्रताड़ना का मामला दर्ज कराने पहुंची थी, लेकिन यहां मौजूद 54 साल के पुलिस उप निरीक्षक ने थाने में ही उसके साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया है।
वहीं पीड़िता का आरोप है कि वह दो मार्च को पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने खेड़ली थाना गई थी, जहां उसकी मुलाकात सब इंस्पेक्टर भारत सिंह से हुई। पीड़िता के मुताबिक भरत ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह पति के साथ चल रहे उनके विवाद को काउंसिलिंग की मदद से समाधान करा देगा।
जिसके बाद वह उसे थाना परिसर के एक कमरे में ले गया और उसके साथ रेप जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दे डाला। पीड़िता के आरोप के मुताबिक जब वह अपने साथ हुई दरिंदगी की शिकायत करने थाने पहुंची तो उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई और पुलिस दिनभर मामले को छुपाती रही। हालांकि अब इस मामले की खबर उच्चाधिकारियों तक पहुंच चुकी है।
जिसके बाद जयपुर रेंज आईजी हवासिंह घुमरिया और अलवर एसपी थाने ने देर रात थाने भी पहुंचे थे, जिसके बाद आरोपी एसआई भरत सिंह जादौन को गिरफ्तार किया गया। पीड़िता के मुताबिक जादौन ने उसे राहत दिलाने और पति के साथ काउंसिलिंग कराने के नाम पर थाने में बने एक कमरे में तीन दिन तक उसके साथ दुष्कर्म किया।
उधर मामले में आईजी का कहना है कि पीड़िता का मेडिकल करा लिया गया है। इसके अलावा अलवर एसपी तेजस्विनी गौतम के मुताबिक आरोपी के खिलाफ खिलाफ धारा 376 के तहत दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, आरोपी को अभी तक सस्पेंड नहीं किया गया है। बताया गया कि पीड़ित महिला ने पति के खिलाफ परिवाद दिया।
इसमें लिखा कि उसका पति उसे तलाक की धमकी देता है। मगर वह ऐसा नहीं करना चाहती। एसआई ने उसे झांसा दिया कि वह उसके और पति के बीच काउंसिलिंग कराने के साथ परिवाद में मदद करेगा। लेकिन उसने थाने परिसर में बने अपने आवासीय रूम में महिला के साथ दुष्कर्म किया।
इतना ही नहीं इसके बाद आरोपी एसआई ने उसे तीन और 4 मार्च को भी थाने बुलाया और दुष्कर्म किया। जिसके बाद रविवार शाम जब पीड़िता शिकायत दर्ज कराने पहुंची तब भी एसआई ने उससे छेड़छाड़ और दुष्कर्म का प्रयास किया। बताते चलें कि अलवर में पिछले सात दिन में यह दूसरी बार हुआ है जब पुलिसकर्मी पर दुष्कर्म का आरोप लगा है।
इससे पूर्व एक महिला ने दो मार्च को अरावली विहार थाने के एएसआई रामजीत गुर्जर पर रेप का आरोप लगाया था। इन घटनाओं से राजस्थान पुलिस एक बार फिर से सवालों के घेरे में है। अब देखना है कि खाकी को कलंकित करने वाले ऐसे हैवानों पर क्या कार्रवाई होती है।