‘बीसी सखी’ के रूप में 58 हजार महिलाओं को एक साथ रोजगार, सीएम योगी ने प्रशिक्षण कराकर तैनात करने के दिए निर्देश
सोमवार कोे सीएम आवास पर आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि बीसी सखी के रूप में 58 हजार महिलाओं के चयन का काम पूरा हो गया है। सीएम योगी ने कहा कि बीसी सखी की तैनाती से ग्राम पंचायत स्तर पर महिला को रोजगार मिलेगा। बीसी सखी पंचायत भवन से कार्य संचालित करेंगी। इससे गांव के लोगों को अपने गांव में ही बैंकिंग संबंधी सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी।
लखनऊ। योगी सरकार ने एक बड़ी पहल करते हुए एक साथ 58 हजार महिलाओं को बैकिंग करेस्पांडेंट (बीसी) सखी के रूप में रोजगार उपलब्ध कराने में सफलता अर्जित की है। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीसी सखी के रूप में चयनित सभी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित कर उन्हें कार्य स्थल पर तैनात करने के निर्देश दिए हैं।
सोमवार कोे सीएम आवास पर आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि बीसी सखी के रूप में 58 हजार महिलाओं के चयन का काम पूरा हो गया है। सीएम योगी ने कहा कि बीसी सखी की तैनाती से ग्राम पंचायत स्तर पर महिला को रोजगार मिलेगा। बीसी सखी पंचायत भवन से कार्य संचालित करेंगी।
इससे गांव के लोगों को अपने गांव में ही बैंकिंग संबंधी सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी। वहीं मुख्यमंत्री ने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन को यूपी कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग की संस्तुतियों एवं निर्देशों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाने का निर्देश भी दिया है।
सीएम योगीन ने कहा कि कामगारों व श्रमिकों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अधिकाधिक सेवायोजन और रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए सरकार ने यह आयोग गठित किया है। सरकार कामगारों व श्रमिकों के सामाजिक व आर्थिक हितों की सुरक्षा के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के संक्रमण को रोकने व उससे बचाव के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं, उसी तरह कार्ययोजना तैयार कर कामगारों व श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की कार्रवाई व्यापक स्तर पर की जा रही है। मुख्यमंत्री ने राजस्व संग्रह में वृद्धि के लिए सभी संबंधित विभागों को कार्ययोजना के हिसाब से प्रभावी ढंग से कार्रवाई जारी रखने के निर्देश दिए हैं।