बरेली में विलय के बाद भी पटरी पर नहीं लौटी बैंकों की व्यवस्था, उपभोक्ता परेशान
आइएफएससी कोड बदलने के बाद उपभोक्ताओं को बैंक द्वारा मैसेज के जरिए इसकी जानकारी दे दी गई है। वैसे उपभोक्ता जिनका केवाइसी पूरा नहीं हुआ था, उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वैसे खाताधारक जो किसी कंपनी में काम करते हैं, आइएफएससी कोड बदलने के बाद उन्हें अपनी बैंक संबंधित जानकारियां अपडेट करनी पड़ रही हैं।
बरेली। सरकार ने कई बैंकों को आपस में मर्ज कर दिया था। मर्ज के बाद इन बैंकों की व्ययवस्था अभी पटरी पर नहीं लौटी। परिणाम स्वरूप इन बैंकों के उपभोक्ता लेन देन के लिए परेशान हो रहे है।
मर्जर के बाद खाताधारकों के बैंकों के नाम, आइएफएससी कोड, एमआइसीआर कोड व ग्राहक आइडी बदल गए हैं। इसके बाद से ग्राहक काफी परेशान हो रहे है। नई पासबुक, पुरानी पासबुक अपडेट, एफडी क्लोजर, मोबाइल नंबर, इंटरनेट बैंकिंग व एटीएम से जुड़ी समस्याएं हैं। इसके अलावा बैंकों द्वारा सही तरह से जागरुक नहीं किए जाने के चलते भी दिक्कतें बनी हुई हैं।
सात बैंकों का हुआ था विलय
बरेली एलडीएम मदन मोहन प्रसाद ने बताया कि करीब सात बैंकों का मर्जर यानि विलय हुआ है। इसके बाद ग्राहकों को दिक्कत न हो इसके लिए हर तरह से प्रयास किए जा रहे हैं। बैंक कर्मियों को आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी है। इसलिए पासबुक अपडेट आदि का काम बैंकों में किया जा रहा है। चेेकबुक और एटीएम कार्ड आदि के काम में डाटा सेंटर लगातार लगे हुए हैं।
मर्जर के बाद यह समस्याएं आ रही हैं
- मर्जर के बाद बैंकों में तकनीकी दिक्कतें हैं। ग्राहकों में जागरूकता की कमी के कारण भी परेशानी है।
- कई बैंकों में सॉफ्टवेयर अपग्रेड होने के बाद कस्टमर की पूरी डिटेल नहीं आ रही है। ऐसे में पासबुक प्रिंट करने में दिक्कत आ रही है।
- एनईएफटी/आरटीजीएस या फिर डिमांड ड्राफ्ट में भी दिक्कतें आ रहीं हैं।
- शिकायतें आ रही हैं कि लोन का पैसा नहीं कट रहा है। इसकी एक वजह लोगोंं में जागरूकता की कमी भी है।
- मर्जर के बाद बैंकों के मोबाइल एप्लीकेशन एक्सेस, ऑनलाइन बैंकिंग में समस्याएं आ रही हैं।
- कई बैंकों में लोन अप्रूवल में सॉफ्टवेयर डिले प्रोसेस की समस्या है।
- कुछ बैंकों में यह सही तरीके से काम कर रहा है।
ग्राहकों को नहीं मिल रही जानकारी
आइएफएससी कोड बदलने के बाद उपभोक्ताओं को बैंक द्वारा मैसेज के जरिए इसकी जानकारी दे दी गई है। वैसे उपभोक्ता जिनका केवाइसी पूरा नहीं हुआ था, उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वैसे खाताधारक जो किसी कंपनी में काम करते हैं, आइएफएससी कोड बदलने के बाद उन्हें अपनी बैंक संबंधित जानकारियां अपडेट करनी पड़ रही हैं। कई बैंकों में दोबारा ई-केवाइसी कराए जाने के कारण भी लोग परेशान है।
वहीं, कई उपभोक्ताओं की यह भी शिकायत है कि वह मर्जर के बाद मौजूदा एटीएम कार्ड का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि बैंक के अधिकारियों का कहना है कि इसका कारण मर्जर नहीं है। अगर एटीएम कार्ड काम नहीं कर रह है, तो इसकी कुछ और वजह हो सकती है।