देवरिया के बेसिक स्कूल से पकड़ा गया ‘मुन्ना भाई‘ प्रधानाध्यापक, ऐसे खुला खेल
पुलिस ने करीब एक साल पहले सलेमपुर क्षेत्र के रहने वाले मास्टर माइंड मुक्तिनाथ को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उसने दर्जनों लोगों को फर्जी व कूट रचित प्रमाण पत्रों पर नौकरी दिलाने की बात स्वीकार की थी।
देवरिया। यूपी के देवरिया में दूसरे के नाम पर नौकरी कर रहे एक फर्जी प्रधानाध्यापक को एसटीएफ गोरखपुर की टीम ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। वह भटनी क्षेत्र के कंपोजिट परिषदीय विद्यालय जगरनाथ छपरा में प्रधानाध्यापक के पद पर काफी समय से तैनात था।
एसटीएफ ने उसे स्कूल से ही दबोचा। उसके खिलाफ भटनी थाने में एसटीएफ ने केस दर्ज कराया है। पुलिस ने करीब एक साल पहले सलेमपुर क्षेत्र के रहने वाले मास्टर माइंड मुक्तिनाथ को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उसने दर्जनों लोगों को फर्जी व कूट रचित प्रमाण पत्रों पर नौकरी दिलाने की बात स्वीकार की थी।
उससे मिली जानकारी के आधार पर संदिग्ध शिक्षकों की एसटीएफ ने अपने स्तर से जांच की, जिसमें भटनी क्षेत्र के संविलयन विद्यालय जगरनाथ छपरा में तैनात केशव कांत मिश्र भी संदिग्ध पाया गया।
जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि सलेमपुर कोतवाली क्षेत्र के हरनही गांव का रहने वाला केशव कांत मिश्र जौनपुर के सिकरारा थाना क्षेत्र के टिकरीखुर्द गांव के रहने वाले कमल कुमार मिश्र के प्रमाणपत्रों पर फर्जीवाड़ा करते हुए शिक्षक बन बैठा है।
मास्टर माइंड मुक्तिनाथ ने उसे लार धकपुरा गांव का निवासी कमल कुमार मिश्र दिखाते हुए पैन कार्ड, आधार कार्ड व निवास प्रमाण पत्र बनवा दिया था। इसी पते पर फर्जी नाम से वह पिछले 10 साल से नौकरी कर रहा था। जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टि होने के बाद एसटीएफ ने मंगलवार की शाम प्रधानाध्यापक को उसके विद्यालय से दबोच लिया।
उसके खिलाफ एसटीएफ के इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह की तहरीर पर भटनी थाने में कूटरचित प्रमाण पत्रों पर फर्जी ढंग से नौकरी करने व धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष श्यामलाल यादव ने कहा कि उसे बुधवार को जेल भेजा जाएगा।
प्रभारी निरीक्षक एसटीएफ सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि गिरफ्तार हेडमास्टर जौनपुर के रहने वाले कमल कुमार मिश्र के नाम पर नौकरी कर रहा था जबकि वह वर्तमान में भदोही में शिक्षक के पद पर नियुक्ति है। आरोपी के विरुद्ध भटनी थाने में केस दर्ज कराते हुए विधिक कार्रवाई की जा रही है।