खाद की किल्लत: ललितपुर में एक किसान ने फांसी लगाई तो दूसरे की तबियत बिगड़ने से मौत
खाद नहीं मिलने की वजह से किसान काफी हताश था। सोमवार शाम को गांव लौटने के बाद वह सीधे अपने खेत पर चला गया और फांसी लगाकर जान दे दी। काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चला। रात में जब खेत पर जाकर देखा तो उसका शव पेड़ से लटका हुआ मिला।
ललितपुर। सरकार लाख किसानों की स्थिति सुधारने के दावे कर रही हो, लेकिन प्रदेश में किसान इन दिनों खाद के लिए काफी परेशान है। सोसायटियों पर समय से खाद नहीं मिलने से किसान लाइन लगाने को मजबूर है।
कुछ ऐसी ही स्थिति बुंदेलखंड के ललितपुर जिले की है। यहां एक किसान ने खाद न मिलने की वजह से हताश होकर मौत को गले लगा लिया। वहीं एक किसान ने तीन दिन तक खाद के लिए लाइन लगाई इस दौरान वह गश खाकर गिर पड़ा, उसकी भी मौत हो गई। इन दोनों मौतों से किसानों में प्रशासन के प्रति खासा आक्रोश है।
ललितपुर के थाना कोतवाली इलाके के मैलवाराखुर्द निवासी किसान सोनी अहिरवार (40) की लाश सोमवार देर रात उसके खेत पर लगे पेड़ पर लटकी हुई मिली थी। इससे परिजनों में कोहराम मच गया था। मंगलवार को मृतक के बहनोई ने आरोप लगाया कि सोनी खाद लेने के लिए तीन दिन से लगातार मुख्यालय जा रहा था, लेकिन उसे खाद मिल नहीं पा रही थी। इससे वो बुरी तरह से हताश था।
शहर से लौटकर गया खेत फिर नहीं लौटा
खाद नहीं मिलने की वजह से किसान काफी हताश था। सोमवार शाम को गांव लौटने के बाद वह सीधे अपने खेत पर चला गया और फांसी लगाकर जान दे दी। काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चला।
रात में जब खेत पर जाकर देखा तो उसका शव पेड़ से लटका हुआ मिला। उन्होंने बताया कि मृतक की पत्नी काफी समय पहले कैंसर से मौत हो चुकी है।वहीं मां के पिता के भी दुनिया छोड़ देने से बच्चों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई।
वहीं दूसरी ओर थाना नाराहट के ग्राम बनयाना निवासी महेश कुमार बुनकर (36)जिला मुख्यालय आकर गल्ला मंडी के पास स्थित खाद की दुकान पर लाइन में लगा था, सोमवार को दोपहर करीब साढ़े बारह बजे उसकी हालत बिगड़ गई और वह चक्कर खाकर गिर गया।
उसका चचेरा भाई ज्ञानचंद उसे लेकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां उपचार के एक घंटे बाद डॉक्टरों ने उसकी हालत में सुधार होने पर उसे वापस घर भेज दिया। मंगलवार की दोपहर फिर से उसकी हालत बिगड़ गई। परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।वहीं किसान की मौत के बाद परिजन काफी दुखी है।
इस विषय में ललितपुर डीएम अन्नावि दिनेश कुमार का कहना है कि ग्राम मैलवाराखुर्द में किसान ने खाद से परेशान होकर फांसी नहीं लगाई है। अन्य कारण सामने आए हैं, जिनकी जांच कराई जाएगी।
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