किसान हुए बेकाबू , पुलिस जवानों को घेरकर मारने की कोशिश, संघर्ष जारी
परेड के बहाने दिल्ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर जमकर उत्पात मचाया। लालकिला के लाहौरी गेट पर लगा दरवाजा उपद्रवी किसानों ने तोड़ दिया है। इसके बाद उपद्रवी मीना बाजार तक पहुंच गए हैं। मीना बाजार में क्या नुकसान किया है,अभी पता नही चल पा रहा है।
नई दिल्ली। मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने के लिए पंजाब हरियाणा के किसान पिछले 62 दिन से प्रर्दशन कर रहे है।
किसानों को मनाने सरकार ने कई दौर की वार्ता की लेकिन किसानों को संतुष्ट नहीं कर सके। इसके बाद जिसका डर था, वहीं हुआ किसानों ने ट्रैक्टर परेड के बहाने दिल्ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर जमकर उत्पात मचाया।
लालकिला के लाहौरी गेट पर लगा दरवाजा उपद्रवी किसानों ने तोड़ दिया है। इसके बाद उपद्रवी मीना बाजार तक पहुंच गए हैं। मीना बाजार में क्या नुकसान किया है,अभी पता नही चल पा रहा है।
जानकारी के अनुसार वहां कार्यरत कर्मचारियों ने अपने को कार्यालय में बंद कर लिया है। इस बीच खबर आ रही है कि प्रदर्शनकारियों ने फिर ध्वजारोहण स्थान पर कब्जा कर लिया है। हजारों की संख्या में लोग ध्वजारोहण स्थान पर पहुंच गए हैं।
पुलिस कर्मियों पर हमले की कोशिश
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लालकिला पर पुलिस कर्मियों को घेर कर मारने की कोशिश की गई।उपद्रवियों ने तलवार से पुलिस कर्मियों पर हमला किया। बताया जा रहा है कि यह हमला निहंगों ने किया। वहीं, लाल किला खाली कराने में पुलिस कामयाब होती दिखाई दे रही है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प भी जारी है।
हिंसक प्रदर्शन पर किसान नेता राकेश टिकैत ने बयान दिया है कि राजनीतिक दलों ने ये माहौल खराब किया है किसानों ने नहीं। इस बीच दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड जारी है, लेकिन हिंसक प्रदर्शनों के साथ।
ट्रैक्टर परेड के दौरान आइटीओ समेत दिल्ली में कई जगहों पर किसान अराजक हो चुके हैं।गाड़ियों में तोड़फोड़ के साथ पुलिसकर्मियों को भी पीटने की खबरें आ रही हैं। उधर,नोएडा और गाजियाबाद में किसानों पर लाठीचार्ज भी किया गया है।
इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आधिकारिक बयान जारी कर कहा गया है कि दिल्ली में घुसकर हिंसा, तोड़फोड़ और मारपीट करने वालों का उनके संगठन से कोई वास्ता नहीं है।
इस बीच किसानों के हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशनों के गेट बंद कर दिए गए हैं, इनमें आइटीओ मेट्रो स्टेशन भी शामिल है। दोपहर बाद हड़दंगी किसान लाल किला पर पहुंचे। यहां से कुछ नजदीक ही किसानों ने आइएसबीटी के पास ट्रैफिक पुलिसकर्मी को पीटा।