मेरठ में पिता को गोली से उड़ाया, पुलिस पहुंची तो की फायरिंग, भीड़ ने की पिटाई
किशन ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल पिता के मुंह में डालकर गोली चला दी। गोली सिर में फंस गई। खून से लथपथ विनोद जमीन पर गिर गए। गोली लगते ही परिवार वाले केएमसी अस्पताल ले गए, चेकअप के बाद डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आरोपित किशन वर्मा ने खुद को कमरे में बंद कर लिया।
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में मामूली विवाद के बाद एक युवक ने शनिवार रात लाइसेंसी पिस्टल से पिता की गोली मारकर हत्या कर दी। पिता की हत्या के बाद आरोपी ने खुद को घर के एक कमरे में बंद कर लिया।
पकड़ने गई पुलिस पर भी आठ राउंड फायरिंग की। पुलिस बुलेटप्रूफ जैकेट पहनकर आरोपित को पकड़ने में जुटी रही। काफी प्रयास के बाद रात पौने बारह बजे पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़कर सर्राफ के बेटे को गिरफ्तार कर लिया।
विनोद कुमार वर्मा परिवार के साथ ब्रह्मापुरी में शास्त्री की कोठी के पास रहते थे। उनकी शहर सराफा में विनोद कुमार एंड संस के नाम से दुकान है। दुकान पर बड़ा बेटा किशन वर्मा भी बैठता है। छोटे बेटे राजीव और गोविंद भी सर्राफ का काम करते है।
रात पौने नौ बजे हुआ विवाद
शनिवार रात पौने नौ बजे विनोद और बेटे किशन में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसी विवाद में किशन ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल पिता के मुंह में डालकर गोली चला दी। गोली सिर में फंस गई। खून से लथपथ विनोद जमीन पर गिर गए।
गोली लगते ही परिवार वाले केएमसी अस्पताल ले गए, चेकअप के बाद डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आरोपित किशन वर्मा ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। पुलिस जब आरोपित को पकड़ने पहुंची तो उसने पुलिस पर भी फायरिंग कर दी।
किशन वर्मा को रात 12 बजे पुलिस कब्जे में लेकर थाने ले जा रही थी। तभी गुस्साई भीड़ ने उसे पुलिस की पकड़ से छीन लिया। उसके बाद भीड़ ने आरोपित के साथ मारपीट शुरू कर दी। पुलिस ने लाठी चलाकर किसी तरह भीड़ को खदेड़ा। उसके बाद पुलिस आरोपित को भीड़ से छुड़ाकर थाने ले गई।
एसएसपी अजय साहनी ने कहा. सर्राफ की उनके बेटे ने ही गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपित ने खुद को कमरे में बंद कर रखा था। काफी मशक्कत के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है। हत्या के कारणों की जानकारी जुटाई जा रही है।
ब्रह्मपुरी में घर की दूसरी मंजिल पर हत्यारोपित कमरे में बंद था। नीचे आंगन में पुलिस खड़ी थी। कमरे के अंदर से ही हत्यारोपित किशन पुलिस पर फायरिंग कर रहा था। पुलिस आरोपित को पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी।
घटना को देखकर पुलिसकर्मी एक बार उल्टे पांव थाने तक दौड़ गए। बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट लेकर दोबारा घटना स्थल पर पहुंचे। इसके बाद भी कमरे के गेट तक जाने की किसी की हिम्मत नहीं हुई।
घर के बाहर लगी भीड़
सर्राफा करोबारी की हत्या के बाद करीब नौ बजे से देर रात तक उनके घर पर लोगों की भीड़ जमा थी। सभी किशन वर्मा का कमरे से निकलने का इंतजार कर रहे थे। पुलिस ने पहले ड्रोन को मंगाया। उससे भी पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली।
सीओ मकान की छत तक जरूर पहुंच गए, पर कमरे के पास तक जाने की हिम्मत कोई नहीं जुटा पाया। जबकि आरोपित लगातार फोन पर बातचीत कर रहा था। किशन ने कमरे की लाइट भी बंद कर दी।
फोन पर दोस्तों से करता रहा बात
किशन वर्मा पुलिस पर फायरिंग करने के साथ ही दोस्तों से फोन पर बातचीत करता रहा। दरअसल, फोन पर बातचीत कर उसे कमरे से बाहर बुलाने का प्रयास किया गया। किशन ने दोस्तों को भी बाहर आने से मना कर दिया। उसने कहा कि अब उसे नींद आ रही है। कमरे में ही सोने जा रहा है। हालांकि बाद में उसने फायरिंग करना बंद कर दिया था।
पुलिस से छीनकर भीड़ ने पीटा, लाठीचार्ज
रात को 12 बजे आरोपित को पकड़कर पुलिस घर से थाने ले जा रही थी। तभी तीन घंटे से घर के बाहर इंतजार कर रही उग्र भीड़ ने आरोपित को पुलिस के कब्जे से छीन लिया। उसके बाद किशन वर्मा की जमकर पिटाई की गई। पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज के बाद आरोपित को भीड़ के कब्जे से छुड़वाया। पुलिस के लाठी चलाने केबाद कालोनी में भगदड़ मच गई। लोग घरों के अंदर घुस गए। उसके बाद किशन वर्मा को पुलिस कड़ी सुरक्षा में थाने ले गई। इंस्पेक्टर सुभाष अत्री का कहना है कि किशन वर्मा से थाने में पूछताछ की जाएगी। ताकि हत्या के सही कारणों की जानकारी मिल सकें।