फिरोजाबाद में नाबालिग चला रहे ई-रिक्शा, पुलिस ने मूंद लीं अपनी आंखें
वह ई-रिक्शा एक 12-13 साल का बच्चा चला रहा था। हादसे के बाद उन्होंने कार में अचानक ब्रेक लगाए जिससे कार में बैठीं उनकी मां और पत्नी को भी चोट आ गईं।
शिकोहाबाद। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में यातायात व्यवस्था बदहाल है। यहां पुलिस की आंखों के सामने नाबालिग ई-रिक्शा चला रहे हैं। रविवार को ऐसे ही एक बच्चे के रिक्शे की एक कार से टककर हो गई। गनीमत रही कि बच्चे को कुछ नहीं हुआ लेकिन कार चालक को काफी नुकसान हो गया। इस दौरान चैराहे पर कई पुलिसकर्मी भी मौजूद थे लेकिन किसी ने बच्चे को ई-रिक्शा चलाने से रोकने की हिम्मत नहीं की।
मामला फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद नगर का है। आगरा के रहने वाले बैंक मैनेजर अनंत वर्धन नगायच अपनी होंडा अमेज कार से मैनपुरी जा रहे थे। जैसे ही उनकी कार शिकोहाबाद में मैनपुरी चैराहे पर आई तो तेज गति से आ रहे ई-रिक्शा ने उनकी कार में टक्कर मार दी।
अनंत ने बताया कि वह ई-रिक्शा एक 12-13 साल का बच्चा चला रहा था। हादसे के बाद उन्होंने कार में अचानक ब्रेक लगाए जिससे कार में बैठीं उनकी मां और पत्नी को भी चोट आ गईं। कार का गेट भी क्षतिग्रस्त हो गया।
हादसे के बाद मौके पर भीड़ लग गई। इस अनंत ने चैराहे पर मौजूद पुलिसकर्मियों से कार्रवाई की मांग की तो बच्चे को ई-रिक्शा चलाते देख वे भी कुछ करने और कहने से बचते नजर आए। उल्टा उन्हें ही वहां से हटने की नसीहत देने लगे।
इसके बाद अनंत ने मामले में ट्वीट कर फिरोजाबाद पुलिस से शिकायत की है। लेकिन, सवाल है कि इस तरह बच्चों के ई-रिक्शा चलाने पर पुलिस हादसों को तो न्योता दे ही रही है। बच्चों की जान भी खतरे में डाल रही है।