देश के इस राज्य में कोरोना वायरस से हुई पहली मौत, सहमे लोग
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देश का इकलौता राज्य जिसने कोरोना से निपटने के लिए सबसे अच्छी व्यवस्था की। यहां के लोगों ने कोरोना से बचने खुद से ज्यादा दूसरे लोगों की चिंता की। जब देश में कोरोना चरम पर था तब भी यहां सबसे कम मरीज रहे।
मिजोरम। देश का इकलौता राज्य जिसने कोरोना से निपटने के लिए सबसे अच्छी व्यवस्था की। यहां के लोगों ने कोरोना से बचने खुद से ज्यादा दूसरे लोगों की चिंता की।
जब देश में कोरोना चरम पर था तब भी यहां सबसे कम मरीज रहे। ऐसे में इस राज्य के लिए बुधवार को दुखद खबर आई। मिजोरम में यहां कोरोना से पहली मौत हुई।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 66 वर्षीय व्यक्ति ने आइजोल के निकट एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। वह कोरोना संक्रमित थे और बीते दस दिनों से उनका इलाज चल रहा था।
डॉ. एचसी लालदीना ने बताया कि मरीज का 10 दिनों से राजकीय जोराम मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था। ऐजावल का रहने वाला शख्स दिल की बीमारी से पीड़ित था।
मिजोरम में कोविड-19 से हुई इस पहली मौत ने पूरे राज्य को चौंका दिया है। शुरुआत में मामले आने के बाद कोरोना का प्रकोप कम हो गया था और अब राज्य में हुई इस कोरोना मौत से यहां के लोगों को डरा दिया है।
हालांकि मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि चूंकि मरीज को दिल की बीमारी थी और उसे दूसरे भी कॉम्लिकेशंस थे, इसलिए उसकी मौत हो गई।मिजोरम में पहला कोरोना वायरस केस 24 मार्च को सामने आया था।
मरीज की ट्रैवल हिस्ट्री थी। 52 वर्षीय यह पादरी नीदरलैंड से लौटे थे। इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से 45 दिन बाद छुट्टी दे दी गई थी। मार्च के बाद यहां दूसरा केस 1 जून को सामने आया था, जब 12 लोग संक्रमित मिले थे।
राज्य में कोरोना वायरस के कुल 2656 मामले सामने आए हैं। 2238 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। 417 ऐक्टिव केसेस हैं।मालूम हो कि मिजोरम के लोगों ने कोरोना से निपटने के लिए सबसे कठीन अनुशासन का पालन किया। हर कोई यात्रा से बचा जो यात्रा कर भी रहा था वह एकांतवास के नियम का सख्ती से पालन कर रहा था, ऐसे में कोरोना से पहली मौत से लोग डरे हुए है।