आगरा से पहली किसान एक्सप्रेस रवाना, पांच किसानों ने बुक कराई पूरी ट्रेन

टीम भारत दीप |

पांच हजार आलू के पैकेट लेकर ट्रेन रवाना हुई।
पांच हजार आलू के पैकेट लेकर ट्रेन रवाना हुई।

उत्तर मध्य रेलवे की पहली किसान एक्सप्रेस का संचालन आगरा से शुरू हुआ है। सुबह साढे़ चार बजे ट्रेन को आसाम के चांगसारी के लिए सीनियर डीसीएम अमन वर्मा, डीसीएम एसके श्रीवास्तव ने रवाना किया। रेलवे को पहली किसान एक्सप्रेस का अच्छा रिस्पांस मिला है। आगरा से ट्रेन में आधा दर्जन किसानों ने 270 टन आलू भेजा है।

आगरा। किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने व्यापार को गति देने के लिए आगरा से किसान एक्सप्रेस की शुरूआत की। किसानों की सुविधा के लिए चलाई जा रही उत्तर मध्य रेलवे की पहली किसान स्पेशल एक्सप्रेस सोमवार सुबह साढे़ चार बजे यमुना ब्रिज स्टेशन से आसाम के लिए रवाना हुई।

आगरा से आलू के पांच हजार पैकेट आसाम भेजे गए हैं। किसान एक्सप्रेस से किसानों को लाभ होगा। भाडे़ की बचत के साथ उन्हें व्यापार के लिए नया बाजार मिलेगा। ट्रेन के संचालन से आलू किसान खुश हैं। उनका कहना है कि किसान एक्सप्रेस से कम समय में माल भेज सकेंगे और मुनाफा भी ज्यादा होगा।

पांच हजार पैकेट आलू गया

उत्तर मध्य रेलवे की पहली किसान एक्सप्रेस का संचालन आगरा से शुरू हुआ है। सुबह साढे़ चार बजे ट्रेन को आसाम के चांगसारी के लिए सीनियर डीसीएम अमन वर्मा, डीसीएम एसके श्रीवास्तव ने रवाना किया। रेलवे को पहली किसान एक्सप्रेस का अच्छा रिस्पांस मिला है। आगरा से ट्रेन में आधा दर्जन किसानों ने 270 टन आलू भेजा है। यह करीब पांच हजार पैकेट आलू है। यह आलू आसाम भेजा गया है।

किसानों का मुनाफा बढ़ेगा 

आगरा के आसपास के जिलों में आलू की अच्छी पैदावार होती है। किसान एक्सप्रेस से आलू भेजने वाले खंदौली के किसान राकेश का कहना है कि किसान रेल से आलू आसाम भेज रहे हैं। पांच किसानों ने मिलकर 12 डिब्बों की पूरी ट्रेन को बुक कराया है। इससे तीन तरह के लाभ हैं।

ट्रक से आलू भेजने में पांच दिन लगते थे, जबकि किसान रेल से 36 घंटे में ही आलू पहुंच जाएगा। दूसरा फायदा यह है कि अक्सर ट्रक में आलू भीग जाता था, जिससे खराब हो जाता था। अगर ट्रक रास्ते में खराब हो गया तो और मुश्किल हो जाती थी। मगर, ट्रेन से माल सुरक्षित रहेगा।

इससे आलू ताजा रहेगा। खराब होने का डर नहीं रहेगा। किसान रेल से सबसे बड़ा फायदा किराए का है। ट्रक से आलू भेजने में प्रति कुंटल 500 रुपए भाड़ा लगाता है, जबकि किसान रेल में भाड़ा 250 रुपए है। जो ट्रक के भाड़े का लगभग आधा है। किसान अर्जु्न सिंह ने बताया कि पहले हम लोकल आलू बेचते थे। अब आलू को चांगसारी आसाम भेज रहा हूं। इससे वहां पर आलू का मूल्य भी बढिया मिलेगा।

हफ्ते में एक दिन चलेगी ट्रेन

सीनियर डीसीएम अमन वर्मा ने बताया कि यह ट्रेन हफ्ते में एक दिन चलेगी। सप्ताह में हर सोमवार को इस ट्रेन का संचालन होगा। ट्रेन में 12 वैगन व एक पार्सल कोच है। ट्रेन सुबह साढे़ 4 बजे रवाना हुई।

ये ट्रेन यमुना ब्रिज से चलकर ट्रेन टूंडला, प्रयागराज, गोरखपुर, दानापुर पटना, बरौनी होते हुए आसाम के चांगसारी पहुंचेगी। ट्रेन साढे़ 36 घंटे में 1662 किलोमीटर का सफर तय करेगी। ट्रेन की स्पीड अधिकतम 45 किलो मीटर प्रति घंटा होगी।

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