को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले में पूर्व सहायक महाप्रबंधक गिरफ्तार
झारखंड स्टेट कोआपरेटिव बैंक की मुख्य शाखा रांची के तत्कालीन सहायक महाप्रबंधक (लेखा) था। मंगलवार तड़के पांच बजे उसकी गिरफ्तारी पश्चिम बंगाल के खड़गपुर से की गयी। छापेमारी टीम का नेतृत्व कोल्हान सीआईडी के डीएसपी अनिमेष कुमार गुप्ता ने किया था।
जमशेदपुर। झारखंड स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक में 36.16 करोड़ के घोटाले में सीआईडी ने एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी की है। सीआईडी ने आज संदीप सेन को गिरफ्तार किया है। संदीप झारखंड स्टेट कोआपरेटिव बैंक की मुख्य शाखा रांची के तत्कालीन सहायक महाप्रबंधक (लेखा) था।
मंगलवार तड़के पांच बजे उसकी गिरफ्तारी पश्चिम बंगाल के खड़गपुर से की गयी। छापेमारी टीम का नेतृत्व कोल्हान सीआईडी के डीएसपी अनिमेष कुमार गुप्ता ने किया था। यहां देर रात से ही सीआईडी की टीम उनके घर की घेराबंदी किए हुए थी।
सीआईडी के मुताबिक मामला 32.01 करोड़ रुपये के गबन से जुड़े एक दूसरे मामले 4.14 करोड़ के लोन घोटाले से जुड़ा हुआ है। सीआईडी की टीम ने तकनीकी अनुसंधान के जरिए संदीप के पश्चिम बंगाल के खड़कपुर में होने की सूचना मिली थी। देर रात से ही टीम खड़गपुर में कैम्प कर रही थी।
घोटाले का मास्टरमाइंड पहले ही किया जा चुका है गिरफ्तार
झारखंड स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक घोटाला में मास्टरमाइंड संजय कुमार डालमिया को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। उसके साथ ही पूर्व बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक सुनील कुमार सतपति और कर्मचारी मदन लाल प्रजापति की भी गिरफ्तारी हो चुकी है। बताया जाता है कि बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से संजय डालमिया ने बैंक को 36 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगाया था।
मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के साथ ही हो चुका है आरोप पत्र दाखिल
मामला सामने आने के बाद इस संबंध में सरायकेला थाने में दो अलग-अलग प्राथमिकियां दर्ज की गई थीं। बाद में इस केस को सीआईडी ने टेकओवर किया था। इस मामले में प्रमुख आरोपी की गिरफ्तारी के साथ ही सीआईडी ने आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। गबन का यह मामला चाईबासा कोर्ट में चल रहा है।