कन्नौज के तिर्वा मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से चार संक्रमितों की मौत

टीम भारत दीप |

शोरगुल के बाद आइसोलेशन वार्ड की ऑक्सीजन सप्लाई आनन-फानन शुरू कराई गई।
शोरगुल के बाद आइसोलेशन वार्ड की ऑक्सीजन सप्लाई आनन-फानन शुरू कराई गई।

ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत होने के बाद बुधवार सुबह सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही मेडिकल और जिला प्रशासन में खलबली मच गई। ऑक्सीजन की कमी के चलते चार कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद जिम्मेदारों की नींद खुली।

कन्नौज। कोरोना की  वजह से देश की चिकित्सा संस्थानों में सुविधाओं की कमी से संक्रमितों के मौत का सिलसिला तेजी से आगे बढ रहा है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कन्नौज में स्थित मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड से सामने आया है। यहां भर्ती चार मरीजों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई।

परिजनों का आरोप है कि रात में अचानक ऑक्सीजन प्लांट बंद हो जाने से ऐसा हुआ। मरीजों के शोर मचाने के बाद कर्मचारियों ने ऑक्सीजन आपूर्ति चालू की। प्रदेश सरकार की व्यवस्थाएं दुरूस्त करने की लाख को​शिश कर रहा है, लेकिन व्यवस्थाएं पटरी पर आने की जगह खराब होती जा रही है। 

वीडियो वारयल होने के बाद मचा बवाल

ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत होने के बाद बुधवार सुबह सोशल मीडिया पर  वीडियो वायरल होते ही मेडिकल और जिला प्रशासन में खलबली मच गई। ऑक्सीजन की कमी के चलते चार कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद जिम्मेदारों की नींद खुली।

जिसके बाद मेडिकल कॉलेज को ऑक्सीजन के लिए 80 सिलिंडर कंपनी ने मुहैया कराए हैं, जिससे कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों ने अब राहत की सांस ली है । गंभीर मरीजों को अब ऑक्सीजन की सप्लाई मिलने लगी है। वहीं अगर प्रशासन पहले से सतर्क रहता तो इस चार लोगों की जान बचाई जा सकती थी। 

राजकीय मेडिकल कालेज में कोविड मरीजों के लिए 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। यहां कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जाता है। पाइप से ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है। भर्ती मरीजों के परिजनों ने बताया कि रात करीब तीन बजे अचानक वार्ड में ऑक्सीजन आपूर्ति बंद हो गई। इससे मरीजों में हाहाकार मच गया।

ऑक्सीजन की कमी से इनकी गई जान

शोरगुल के बाद आइसोलेशन वार्ड की ऑक्सीजन सप्लाई आनन-फानन शुरू कराई गई, लेकिन तब तक आइसोलेशन वार्ड में भर्ती छिबरामऊ के जनता मंदिर निवासी 79 वर्षीय कुंवर बहादुर, इब्राहिमपुर निवासी 32 वर्षीय संदीप कुमार, सौरिख निवासी 30 वर्षीय पत्रकार उज्ज्वल, ठकुराना कन्नौज निवासी 61 वर्षीय साहित्यकार सुलभ अग्निहोत्री की मौत हो गई। साहित्यकार सुलभ को केवल सांस की दिक्कत थी। कॉलेज प्रशासन ने शवों को मर्च्युरी हाउस में रखवाने के बाद अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया।

सुबह सांसद पहुंचे मौके पर 

सांसद सुब्रत पाठक ने भी मेडिकल कॉलेज पहुंचकर ऑक्सीजन की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। डीएम ने आपात बैठक बुलाकर ऑक्सीजन की सप्लाई किसी भी स्थिति में खत्म न होने के निर्देश दिए हैं।

साथ ही ऑक्सीजन की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सीएमओ और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को संयुक्त रूप से नोडल अधिकारी बनाया है। ऑक्सीजन की कमी के दूर करने के लिए आयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रशासन एवं आयुक्त कानपुर से ऑक्सीजन उपलब्ध कराए जाने की मांग की है। आपको बता दें कि मंगलवार को ऑक्सीजन की कमी से तड़प-तड़प कर दम तोड़ते मरीजों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

चार मौत के बाद जागा जिला प्रशासन

ऑक्सीजन की कमी से कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत होने की जानकारी मिलते ही डीएम राकेश कुमार मिश्रा ने कैंप कार्यालय में एक आपात कालीन बैठक बुलाई। इस दौरान डीएम ने कानपुर नगर और बरेली के डीएम से भी फोन पर वार्ता कर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध कराए के लिए बात की।

ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे मेडिकल कॉलेज में 80 आक्सीजन के सिलिंडर लेकर गाड़ी पहुंची। जिसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने राहत की सांस ली। ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचने के बाद गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई दी गई। वहीं सांसद सुब्रत पाठक ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर ऑक्सीजन की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली।


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