कुशीनगर में सड़क हादसे में एक ही गांव के चार लोगों की मौत, तीन गंभीर
क ही गांव पटखौली के व बोरिंग करने वाले श्रमिक बताए जा रहे हैं, जो बोरिंग कर अपने घर आ रहे थे। नेबुआ-नौरंगिया से रात आठ बजे छह मजदूरों को लेकर लेकर टेंपो कप्तानगंज जा रहा था। टेंपो गांव केरवनिया के समीप पहुंचा कि अचानक सामने से आ रही तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्राली अनियंत्रित हो गयी।
कुशीनगर। कुशीनगर में शनिवार देर रात भीषण रोड एक्सीडेंट में चार लोगों की मौत हो गई और तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
कुशीनगर के रामकोला थाने के गांव केरवनिया के सामने शनिवार देर रात तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्राली सामने से आ रहे टेंपो से जा भिड़ी, जिसमें टेंपो चालक समेत चार लोगाें की मौत हो गई। तीन लोग घायल हो गए। घायलों की चीख-पुकार सुनकर जुटे गांव के लोगों ने पुलिस व एंबुलेंस को सूचना दी।
हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएचसी लेकर पहुंची, वहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने तीनों को मेडिकल कालेज गोरखपुर भेज दिया। टेंपो सवार सभी एक ही गांव पटखौली के व बोरिंग करने वाले श्रमिक बताए जा रहे हैं, जो बोरिंग कर अपने घर आ रहे थे।
नेबुआ-नौरंगिया से रात आठ बजे छह मजदूरों को लेकर लेकर टेंपो कप्तानगंज जा रहा था। टेंपो गांव केरवनिया के समीप पहुंचा कि अचानक सामने से आ रही तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्राली अनियंत्रित हो गयी और टेंपो से आमने-सामने की भिड़ गयी।
दुर्घटनास्थल पर मची चीख-पुकार सुनकर गांव के लोग आ गए। स्थानीय लोगों ने 112 व 108 नंबर पर सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस व एंबुलेंस पहुंच गई। एंबुलेंस की मदद से घायलों को कप्तानगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टर ने तीनों की हालत गंभीर बता मेडिकल कालेज भेज दिया।
इनकी हुई मौत: दुर्घटना में 45 वर्षीय इंद्रेश गोंड, 32 वर्षीय मुन्ना व 28 वर्षीय निगम निवासी पटखौली व 30 वर्षीय टेंपो चालक राजू निवासी किसान चौक कप्तानगंज थाना कप्तानगंज की मौत हो गई। और 35 वर्षीय जय सिंह यादव, 50 वर्षीय रामभवन तथा 35 वर्षीय दिनेश प्रसाद घायल हो गए।
मौत की खबर मिलते ही मृतकों के घर में रोना-पीटना मच गया। उधर सीएचसी पर एसडीएम देश दीपक सिंह और प्रभारी निरीक्षक मिथिलेश राय व्यवस्था में जुटे रहे। वहीं इस मामले में थाना प्रभारी का कहना है कि रविवार सुबह मृतकों के शव पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिए जाएंगे, घायलों के बेहतर इलाज के लिए प्रयास किए जा रहे है।