गोरखपुर: सपा नेता समेत चार लोगों पर संगीन धाराओं में केस दर्ज, महिला ने लगाए ये आरोप
गोरखपुर जिले में कोतवाली पुलिस ने सपा नेता जफर अमीन डक्कू समेत चार लोगो पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। सपा नेता समेत 4 लोगो के खिलाफ दुष्कर्म, छेड़ख़ानी का प्रयास, जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया गया है।
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में कोतवाली पुलिस ने सपा नेता जफर अमीन डक्कू समेत चार लोगो पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। सपा नेता पर एक महिला ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कराया है। सपा नेता समेत 4 लोगो के खिलाफ दुष्कर्म, छेड़ख़ानी का प्रयास, जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया गया है।
महिला के प्रार्थना पत्र पर कोर्ट ने मुकदमा दर्ज कर पुलिस को जांच करने का आदेश दिया था। उधर, मुकदमा दर्ज होने के बाद सपा नेता का आरोप है कि मकान के बंटवारे को लेकर चल रही पेशबंदी में उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है।
बता दें कि इस्माइलपुर की रहने वाली महिला ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया था कि ससुर की मौत से पहले उनके पति और अन्य भाइयों के बीच पुश्तैनी मकान का बंटवारा हो गया था। उसने बताया कि सभी लोग अपने-अपने परिवार के साथ अलग रहते हैं।
महिला का कहना है कि उनके पति के एक भाई की शादी अभी नहीं हुई है। महिला ने बताया कि गत 14 जनवरी 2020 को उसके पति किसी काम की वजह से घर से कहीं बाहर गए हुए थे। महिला का आरोप है कि जब वह नहाने के बाद कमरे में कपड़ा बदल रही थी तभी कमरे में पहुंचे आरोपी ने उसको पकड़ कर उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया।
महिला ने बताया कि शोर मचाने पर आरोपी जानमाल की धमकी देने लगा। इस बीच आरोपी का दूसरा भाई, बहन अपने सहयोगी सपा नेता जफर अमीन डक्कू के साथ मौके पर पहुंच गए। महिला का कहना है कि किसी ने उसका पक्ष न सुनकर सभी ने आरोपी की ही मदद की लेकिन किसी तरह उसने खुद को बचाया।
महिला ने कोर्ट को बताया कि मामले की जानकारी उसने कोतवाली पुलिस को दी लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली जयदीप वर्मा ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है। उनका कहना है कि साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं दूसरी तरफ सपा नेता जफर अमीन डक्कू ने सक्रिय राजनीति से दूर रहने की घोषणा की है। उनका कहना है कि उनकी छवि खराब करने के लिए साजिश के तहत उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसलिए वह खुद को बेदाग साबित करने के बाद ही सक्रिय राजनीति में वापसी करेंगे।
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सपा नेता ने कहा कि सन 1984 से वह राजनीति में हैं और सन 1989 में पार्षद चुने गए थे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सन 1991 में शहर विधानसभा क्षेत्र और सन 2012 में ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से वह चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस 36 वर्ष के राजनीतिक जीवन में कभी उन पर किसी भी प्रकार का कोई दाग नहीं लगा।
उनकी छवि हमेशा साफ-सुथरे नेता की रही है। उन्होंने अपनी ही पार्टी के एक पूर्व पदाधिकारी पर उनकी छवि खराब करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जब तक मैं खुद को बेदाग नहीं साबित कर लूंगा तब तक पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होऊंगा।