जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत, डीएम ने दिए जांच के आदेश
पीड़ित फुलौना देवी का कहना है कि गांव में ही अवैध जहरीली शराब बनाई जाती है। इसे पीने के बाद ही लोगों के पेट में जलन और दर्द हो रहा था। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां चारों की मौत हो गई।
मिर्जापुर। सरकार की लाख कोशिशो के बाद भी प्रदेश में मिलावटी शराब के बनाने और बेचने पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। जहरीली शराब पीने से मिर्जापुर में चार लोगों की मौत हो गई।
चार लोगों की मौत की सूचना मिलते हीं अधिकारी मौके पर पहुंच गए। सूचना पर जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार और अन्य प्रशासनिक अमला गांव पहुंचा। जहां पुलिस ने दो मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
जबकि दो मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया गया था। जिलाधिकारी ने सीएमओ को जांच के आदेश दिए हैं। कहा कि मौत के कारण का पता मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद बताया जाएगा।
तीन दिन पहले शराब पीने के बाद बिगड़ी थी हालत
यह पूरा मामला देहात कोतवाली इलाके नेवढिया घाट गांव की है। गांव निवासी छेदी 55 साल और महेश 34 साल गंगा में मछली मारने का काम करते हैं। बताया कि छेदी और महेश ने दो अन्य लोगों के साथ तीन दिन पहले शराब पी थी।
जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ी। इसके बाद चारों को उनके परिवार वालों ने अस्पताल पहुंचाया। जहां रविवार की रात उनकी मौत हो गई। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की है। पुलिस ने छेदी और महेश के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
पीड़ित फुलौना देवी का कहना है कि गांव में ही अवैध जहरीली शराब बनाई जाती है। इसे पीने के बाद ही लोगों के पेट में जलन और दर्द हो रहा था। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां चारों की मौत हो गई।
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार और पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने भी गांव पहुंचकर जानकारी ली है। डीएम ने बताया कि मृतकों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका इलाज हुआ, इसके बाद उनकी मौत की खबर मिली है।
उनकी मौत का कारण तलाशने के लिए शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। डाक्टरों की टीम उनका पोस्टमार्टम करेगी। इसके अलावा मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिया गया है।