नौकरी के लिए धोखाधड़ीः फर्जी अभ्यर्थी ने पास की रेलवे की परीक्षा, ऐसे आया पकड़ में

टीम भारत दीप |

बायोमेट्रिक प्रवेश, हस्ताक्षर मिलान होने के बावजूद परीक्षा में सेंधमारी करने में फर्जीवाड़ा करने वाला गिरोह नहीं चूक रहा है।
बायोमेट्रिक प्रवेश, हस्ताक्षर मिलान होने के बावजूद परीक्षा में सेंधमारी करने में फर्जीवाड़ा करने वाला गिरोह नहीं चूक रहा है।

कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट सीबीटी और शारीरिक दक्षता परीक्षा पास करने के बाद जो अभ्यर्थी रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ में अभिलेख सत्यापन को पहुंचा। वह अभ्यर्थी फर्जी निकला है। अब फर्जी अभ्यर्थी को डिबाक करने की कार्रवाई भर्ती प्रकोष्ठ कर रहा है। इसी के साथ इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भर्ती परीक्षा में सेंधमारी के लिए गिरोह सक्रिय है।

प्रयागराज। रेलवे की भर्ती में एक फर्जी अभ्यर्थी के पकडे जाने का मामला आया है। अब रेलवे अधिकारी उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की प्रक्रिया अपना रहे।  उत्तर मध्य रेलवे के रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ इलाहाबाद की ग्रुप डी भर्ती में सेंध लगाने का मामला सामने आया है।

कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट सीबीटी और शारीरिक दक्षता परीक्षा पास करने के बाद जो अभ्यर्थी रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ में अभिलेख सत्यापन को पहुंचा। वह अभ्यर्थी फर्जी निकला है। अब फर्जी अभ्यर्थी को डिबाक करने की कार्रवाई भर्ती प्रकोष्ठ कर रहा है।

इसी के साथ इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भर्ती परीक्षा में सेंधमारी के लिए गिरोह सक्रिय है। लेवल-1 भर्ती की लिखित परीक्षा में अभ्यर्थी की जगह दूसरे अभ्यर्थी ने परीक्षा दी और बायोमेट्रिक प्रवेश के बावजूद उसे पकड़ा नहीं जा सका है। परीक्षा केंद्र में पर्यवेक्षकों की टीम बायोमेट्रिक प्रवेश, हस्ताक्षर मिलान होने के बावजूद परीक्षा में सेंधमारी करने में फर्जीवाड़ा करने वाला गिरोह नहीं चूक रहा है।

बता दें केंद्रीयकृत रोजगार सूचना संख्या 02,2018 के तहत रेलवे की लेवल-1 भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत 15 मार्च से 19 मार्च तक तीसरा अभिलेख सत्यापन चल रहा है। इसमें लिखित परीक्षा के चयनित अभ्यर्थियों को बुलाया गया।

अभिलेख सत्यापन के दौरान जांच अधिकारी को फरीदाबाद के अभ्यर्थी विपिन कुमार पुत्र कुंवर पाल पर शक हुआ। सत्यापन में आए अभ्यर्थी के परीक्षा के दौरान बायोमेट्रिक में दिए गए फिंगरप्रिंट से मिलान नहीं हो पा रहा था। जिसके बाद फर्जी अभ्यर्थी की पेशी रेल भर्ती प्रकोष्ठ अध्यक्ष के सामने कराई। जिसके बाद फर्जी अभ्यर्थी टूट गया और अपराध लिखित रूप में स्वीकार कर लिया गया।

इस मामले में वही सीपीआरओ अजीत सिंह ने कहा कि लेवल-1 के पदों पर भर्ती प्रक्रिया के अभिलेखों का सत्यापन कार्य जारी है। जिसमें एक पर जांच अधिकारी को शक हुआ। पूछताछ में उसने फर्जी होने का अपराध लिखित में स्वीकार कर लिया है। दोषी अभ्यार्थी को रेलवे की सभी भर्ती परीक्षाओं के लिए डिबार कर दिया गया है।


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