ग्राहकों से धोखाधड़ीः बरेली में बैंकों के सोना तोलने वाले कांटों में मिली गड़बड़ी
बैंकों और फाइनेंस कंपनियों के सोना तोलने वाले इलेक्ट्रिक काटे में 900 मिलीग्राम तक की हेरा- फेरी का मामला सामने आया है। माप तौल के अधिकारियों के मुताबिक बाट भी मानक के अनुरूप नहीं मिले हैं। न ही उनका सत्यापन कराया गया था।
बरेली। उत्तर प्रदेश बरेली जनद में में बाट माप विभाग टीम की जांच में कई सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंकों के साथ-साथ फाइनेंस कंपनियां भी घटतौली करती हुई पकड़ी गईं हैं। बैंकों और फाइनेंस कंपनियों के सोना तोलने वाले इलेक्ट्रिक काटे में 900 मिलीग्राम तक की हेरा- फेरी का मामला सामने आया है।
माप तौल के अधिकारियों के मुताबिक बाट भी मानक के अनुरूप नहीं मिले हैं। न ही उनका सत्यापन कराया गया था। इस मामले में बाट माप विभाग ने जिन बैंकों में और कंपनियों में गड़बड़ियां मिली हैं उनका चालान काटने के साथ साथ बांट जब्त कर लिया है।
सहायक नियंत्रक मनोज कुमार की टीम कई बैंकों में कांटे बाट को जांच करने के लिए पहुंची। जब जांच की गई तो 300 से लेकर 900 मिलीग्राम तक का अंतर पाया गया। अधिकारियों के मुताबिक कुछ जगहों पर स्टील के बेड पाए गए, उस जगह पर स्टील के बाट का प्रयोग होते मिले तो उसे जब्त कर लिया कर बैंक अधिकारियों को चेतावनी दी गई।
वहीं बांट माप नियंत्रक के मुताबिक एसबीआई की ग्रीन पार्क शाखा के इलेक्ट्रिक कांटे में 300 मिलीग्राम का अंतर मिला, जबकि पीलीभीत बाईपास पर आईसीआईसीआई बैंक में बांट सत्यापित नहीं मिले, इसी तरीके से सिविल लाइंस की एक्सिस बैंक शाखा के कांटे में भी 900 ग्राम का अंतर मिला।
स्टील के बांट हो रहे थे यूज
यहां स्टील के कांटे इस्तेमाल हो रहे थे। टीम ने बाट सीज कर दिया। वहीं एक्सिस बैंक शाखा में भी बाट सही नहीं मिले। सत्यापन प्रमाण पत्र भी यहां मौजूद नहीं था। वहीं सिविल लाइंस की आईआईएफएल फाइनेंस कंपनी के कांटे में 720 मिलीग्राम का फर्क था। बांटो का सत्यापन भी यहां नहीं था।
यहां टीम ने काटे के बाद रोक लगा दी है, यह फाइनेंस कंपनी लेन-देने का काम करती है। सहायक नियंत्रक बाट-माप विभाग मनोज कुमार ने बताया कि सोने के बदले लोन देने वाले फाइनेंस कंपनी के साथ सरकारी व निजी कांटे बाट की जांच की गई थी, कई जहां गड़बड़ी मिली है। जिस पर कार्रवाई भी की गई है।वह बैंकों में पहली इस तरह की कार्रवाई होने से हडकंप में मचा हुआ है।