यूपी में शाम पांच बजे से पता चलेगा भाजपा ने सपा को हराया कि सपा ने भाजपा को दी मात

टीम भारत दीप |

सपा का दावा है कि भाजपा ने सत्ता पक्ष का दुरुपयोग कर जिपं अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा किया है।
सपा का दावा है कि भाजपा ने सत्ता पक्ष का दुरुपयोग कर जिपं अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा किया है।

आपकों बता दें कि शनिवार को होने वाले मतदान में सबसे कांटे की टक्कर जौनपुर जिले में है। जौनपुर में अब भाजपा के सहयोगी दल अपना दल एस के उम्मीदवार और इसके अलावा तीन अन्य उम्मीदवार जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव मैदान में उतरे हैं। जिसमें पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला भी उम्मीदवार हैं।

लखनऊ। देश के सबसे बड़े सूबे में आज सत्ता पक्ष और सबसे बड़े निपक्षी दल के बीच 53 जिलों में जोर आजमाइश का दिन है। आज जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव होना है। इसके लिए जनता द्वारा चुनकर आए प्रतिनिधि जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए वोट करेंगे।

मालूम हो  कि प्रदेश के 75 मे से 22​ जिलो में निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हो गया। बाकी जिलों में आज शनिवार को मतदान होगा। यह मतदान दोपहर 11 से तीन बजे के बीच होगा। शाम पांच से चुनाव के परिणाम आने लगेंगे।

जहां एक तरफ भाजपा ने अभी तक 21 जिलों निर्विरोध प्रत्याशियों को जीतकार मानसिक रूप से बढ़त बनाई है वहीं सपा ने सबसे ​अधिक सीटे जीतकर इस पद पर अपने उम्मीदवारों को जीताने की प्रबल दावेदार है। 

आपकों बता दें कि शनिवार को होने वाले मतदान में सबसे कांटे की टक्कर जौनपुर जिले में है। जौनपुर में अब भाजपा के सहयोगी दल अपना दल एस के उम्मीदवार और इसके अलावा तीन अन्य उम्मीदवार जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव मैदान में उतरे हैं। जिसमें पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला भी उम्मीदवार हैं।

जोड़तोड़ की राजनीति चरम पर

शनिवार को होने वाले मतदान में अधिकांश जगह भाजपा और सपा के बीच कांटे की टक्कर है। कुछ सीटों पर बसपा तथा कुछ पर कांग्रेस समर्थित लोग भी जीतकर आए है, लेकिन आज के मतदान के किंगमेकर तो निर्दलीय है।

निर्दलीय जिस तरफ रूख करेंगे उस दल का उम्मीदवार जिला पंचायत की कुर्सी पर काबिज होगा।  आपकों बता दे कि  37 जिला पंचायत सीटें ऐसी हैं, जहां पर सिर्फ दो-दो उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में हैं। दोनों ही दल के नेता अपनी-अपनी जीत के लिए जोड़-तोड़ में जुटे हैं।

 राज्य निर्वाचन आयोग के चेयरमैन मनोज कुमार के अनुसार मतदान के लिए सभी जिलों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस दौरान प्रशासन ने सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं।

बागी और निर्दलीय बनेंगे कुर्सी का सहारा

प्रदेश में निर्विरोध चुनावों के बाद भी बचे हुए 53 जिलों में से समाजवादी पार्टी 36 जिलों में भाजपा से आगे है। हालांकि, कई जगह समाजवादी पार्टी का गणित कहीं निर्दलीय तो कहीं बागी बिगाड़ सकते है। बहरहाल, समाजवादी पार्टी अभी तक इटावा में ही निर्विरोध जीत सकी है।

बाकी 21 में भाजपा ने जीत दर्ज की है। हालांकि, सपा का दावा है कि भाजपा ने सत्ता पक्ष का दुरुपयोग कर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा किया है। वहीं भाजपा 53 में से सिर्फ 8 जिलों में समाजवादी पार्टी से आगे हैं।

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