नौकरी का झांसा देकर घर बुलाया और आठ दिन तक बंधक बनाकर दरिंदे नोंचते रहे शरीर
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गुड़म्बा थाना क्षेत्र की रहने वाली दलित छात्रा की मुलाकात विपिन सिंह से हुई थी। आरोपी ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर युवती को अपने घर बुलाया था।
लखनऊ। समाज में महिला अस्मिता को तार-तार कर हैवानियत का नंगा नाच करने वाली खबरों से इंसानियत शर्मसार है। ताजा मामला देश के सबसे बड़े सूबे यूपी की राजधानी लखनऊ से जुड़ा है।
आरोप है कि नौकरी लगवाने का झांसा देकर एक युवक ने दोस्तों के साथ मिल कर दलित छात्रा से गैंगरेप किया और आठ दिन तक उसे बंधक बना कर यातनाएं दी गईं। बेटी के घर नहीं लौटने पर पिता शिकायत लेकर गुड़ंबा थाने पहुंचे।
युवती के परिवार के थाने जाने की खबर लगने पर आरोपी पीड़िता को निजी अस्पताल के पास छोड़ कर फरार हो गए। किसी तरह युवती जब घर पहुंची तो परिवार वालों को आपबीती बताई। आरोप है कि थाने पहुंच कर शिकायत करने पर सुनवाई नहीं हुई।
उच्च अधिकारियों से संपर्क करने के बाद गुड़म्बा पुलिस ने एक महीने बाद गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया है।
बताया गया है कि दरअसल गुड़म्बा थाना क्षेत्र की रहने वाली दलित छात्रा की मुलाकात विपिन सिंह से हुई थी। आरोपी ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर युवती को अपने घर बुलाया था। 23 अगस्त को युवती शैक्षिक दस्तावेज लेकर विपिन के मकान पर पहुंची।
यहां विपिन के साथ शकील व चार अन्य युवक मौजूद थे। युवती का आरोप है कि शकील और विपिन ने सादे कागज पर दस्तखत कराते हुए शैक्षिक दस्तावेज छीन लिए। खाने में नशीला पदार्थ मिला कर उसे बेहोश करने के बाद दुराचार किया गया। होश आने पर युवती ने विरोध किया।
इस पर बंधक बना कर उसको जमकर पीटा गया और यातनाएं दी गई। छात्रा के मुताबिक आठ दिन तक उसे बंधक बना कर रखा गया था। वहीं पिता के मुताबिक बेटी के घर नहीं लौटने पर वह लोग थाने गए थे। इस बात की जानकारी आरोपी शकील और विपिन को हो गई।
आरोप है कि दबंगों ने पुलिस में शिकायत करने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी। विरोध करने पर युवती के परिवार के साथ मारपीट भी की गई। वहीं इंस्पेक्टर रितेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक युवती से गैंगरेप करने के आरोप में विपिन सिंह और शकील को गिरफ्तार किया गया है।
युवती के पिता के मुताबिक तीन सितंबर को उन्होंने थाने पहुंच कर तहरीर दी थी। मगर, कार्रवाई नहीं हुई। गुरुवार को युवती के परिवार को मुकदमा दर्ज किए जाने की जानकारी हुई।