गाजियाबाद में डकैती डालने वालों के पाकिस्तान-बांग्लादेश से जुडे़ तार, महिलाओं से कराई रेकी

टीम भारत दीप |

गैंग के ज्यादातर सदस्य मूल रूप से बांग्लादेश के रहने वाले हैं।
गैंग के ज्यादातर सदस्य मूल रूप से बांग्लादेश के रहने वाले हैं।

आलम ने बताया कि वह मई महीने में पैरोल पर बाहर आया था। कोरोना के कारण उसकी पैरोल 2 महीने के लिए और बढ़ा दी गई। उसके अन्य साथी भी पैरोल पर बाहर आए थे। आलम की बहन पाकिस्तान के पंजाब में रहती है।

गाजियाबाद। गाजियाबाद पुलिस ने थाना कविनगर क्षेत्र के चिरंजीव विहार में डकैती डालने वाले गिरोह को पकड़ा है। पुलिस की जांच में हुए खुलासे चैंकाने वाले हैं। डकैतों का सरगना हाल ही में जेल से छूटकर आया था। 

इनके तार पाकिस्तान और बांग्लादेश से जुड़े हैं। ये लोग पहले महिलाओं और बच्चों की मदद से घर की रेकी कराते थे। दिल्ली में इनके साथी फर्जी नाम और पते से कागजात बनवाकर रह रहे हैं। 

बता दें कि गाजियाबाद के चिरंजीव विहार में 27 जुलाई की रात को डकैतों ने भोजपाल शर्मा के घर में घुसकर लूटपाट की थी। डकैतों ने तमंचे की नोक पर 10 लाख के जेवरात, करीब ढाई लाख कैश लूटा और फरार हो गए। 

कानून व्यवस्था को लेकर पहले से सवालों में घिरी गाजियाबाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए लालकुंआ से आठ बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन महिलाएं हैं। गैंग का मुख्य सरगना रईस भी गिरफ्तार हो चुका हैं 

पुलिस पूछताछ में एक बदमाश आलम ने बताया कि वह मई महीने में पैरोल पर बाहर आया था। कोरोना के कारण उसकी पैरोल 2 महीने के लिए और बढ़ा दी गई। उसके अन्य साथी भी पैरोल पर बाहर आए थे। आलम की बहन पाकिस्तान के पंजाब में रहती है। 

बदमाशों ने बताया कि उनके गैंग के ज्यादातर सदस्य मूल रूप से बांग्लादेश के रहने वाले हैं। ये सभी दिल्ली में नाम पता बदलकर किराये का कमरा लेकर रहते हैं। फर्जी आईडी बनाकर सिम कार्ड खरीदते हैं।  

पूरा गैंग महिलाओं की मदद से दिन में रेकी कराता है। इसके बाद टेंपो से 8-10 लोग जाकर रात में डकैती डालते हैं। भोजपाल शर्मा के घर इन्होंने डकैती की योजना 6 महीने पहले बनाई थी। लाॅकडाउन होने के कारण इनके गैंग के कुछ सदस्य अलग-अलग जिलों में फंस गए। 

लाॅकडाउन खुलने के बाद इन्होंने फिर से रेकी की और वारदात को अंजाम दे दिया। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी रईस हरदोई का रहने वाला है। वह बीते साल 10 साल की सजा काटकर फरीदाबाद जेल से छूटा था। उसकी के पास रहने वाले प्रिंस ने इस घर में डकैती डालने को कहा था। पुलिस का कहना है कि वारदात के दिन करीब 10-12 बदमाश आए। इनमें से कुछ घर के अंदर तो कुछ बाहर रहे। 


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