यूपी-112 में भ्रष्टाचार का खेल, आरोपी मुंशी हुआ सस्पेंड
रिश्वतखोरी और लापरवाही के मामले अभी तक थाने और चैकियों में देखने को मिल रहे थे, लेकिन पुलिस में उस वक्त हड़कंप मच गया जब यूपी-112 के कार्यालय में भ्रष्टाचार के खेल की शिकायत सामने आई।
गाजियाबाद। गाजियाबाद में अधिकारियों की सख्ती के बावजूद कुछ पुलिसकर्मी विभाग की साख को खराब करने से बाज नहीं आ रहे हैं। अब तक भ्रष्टाचार के मामले थाने और चैकियों में ही मिलते थे अब भ्रष्टाचार का खेल यूपी-112 के कार्यालय में भी उजागर हुआ है।
आरोप है कि यूपी-112 के कार्यालय में तैनात मुंशी अभिषेक कुमार रिश्वत लेकर ड्यूटी लगाने में भ्रष्टाचार कर रहा था। शिकायत मिलने पर गोपनीय जांच हुई तो आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए। इसके बाद एसएसपी ने मुंशी को सस्पेंड कर उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
बता दें कि एसएसपी कलानिधि नैथानी ने अनुशासनहीनता, रिश्वतखोरी और लापरवाही मिलने पर कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की है। रिश्वतखोरी और लापरवाही के मामले अभी तक थाने और चैकियों में देखने को मिल रहे थे, लेकिन पुलिस में उस वक्त हड़कंप मच गया जब यूपी-112 के कार्यालय में भ्रष्टाचार के खेल की शिकायत सामने आई।
अधिकारियों को सूचना मिली कि यूपी-112 के कार्यालय में तैनात मुंशी अभिषेक कुमार अनुचित लाभ कमाने के लिए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाने में खेल कर रहा है।
आदेशों के विरुद्ध ड्यूटी
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाने के लिए दिशा निर्देश दिए थे। आरोप है कि मुंशी अभिषेक कुमार इस गाइडलाइन को भी दरकिनार कर अपनी मर्जी से पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगा रहा था।
दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि एसपी ग्रामीण नीरज कुमार जादौन से क्रॉस चेक कराया गया। साथ ही उनसे आख्या मांगी गई। प्रारंभिक रूप से आरोप सही पाए जाने पर मुंशी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
मुंशी के खिलाफ विभागीय जांच एसपी क्राइम को सौंपी गई है। पूरे निर्देशित किया गया है कि अगर जांच में अन्य पुलिसकर्मी या पर्यवेक्षक इंस्पेक्टर की भूमिका भी पाई जाए तो उनके खिलाफ भी आख्या प्रेषित की जाए। जांच रिपोर्ट में दोषी मिलने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।