शादी की राह में प्रेमिका डाल रही थी रोड़ा तो प्रेमी ने पूरे परिवार के साथ किया खत्म, यू खुला भेद

टीम भारत दीप |

सुरेंद्र के केसरिया हिन्दू संगठन के पदाधिकारी होने की बात भी सामने आ रही है।
सुरेंद्र के केसरिया हिन्दू संगठन के पदाधिकारी होने की बात भी सामने आ रही है।

नेमावर के इस परिवार के पांच सदस्य 13 मई से लापता थे। 17 मई को पीथमपुर में रहने वाली भारती पिता मोहनलाल कास्ते ने इनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तफ्तीश के दौरान पुलिस ने नेमावर के हुकुमसिंह चौहान के खेत में हाली का काम करने वाले एक शख्स से पूछताछ की तो उसने खेत में दफनाए शवों की जानकारी दी।

देवास। मध्यप्रदेश के देवास जिले से एक ऐसे हत्याांड का पता चला है जिस जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। यहां एक दलित युवती को गांव के दबंग से मोहब्बत करने की कीमत पूरे परिवार को जान देकर चुकानी पड़ी।

देवास नेमावर की रहने वाली एक दलित युवती गांव के ही एक दबंग युवक से मोहब्बत करती थी, लेकिन युवक उससे शादी नहीं करना चाहता था। युवती ने जब उस पर शादी  के लिए दबाव डाला तो युवती के प्रेमी ने अपनी प्रेमिका समेत पूरे परिवार को मारकर दफना दिया।

वों को गलाने के लिए गड्ढे में यूरिया और नमक डाल दिया था। इसके बाद पुलिस को भटकाने के लिए युवती के मोबाइल से लगातार सोशल मीडिया पर सकुशल होने का अपडेट करता था। 

दरअसल देवास का रहने वाला एक परिवार 47 दिन से लापता था। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपितों की निशान देही पर दफनाए गए पांचों शवोंं को बरामद करके  फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे हैं। पुलिस के मुताबिक इस हत्याकांड के पीछे प्रेम प्रसंग की बात सामने आ रही है। 

नेमावर के इस परिवार के पांच सदस्य 13 मई से लापता थे। 17 मई को पीथमपुर में रहने वाली भारती पिता मोहनलाल कास्ते ने इनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

तफ्तीश के दौरान पुलिस ने नेमावर के हुकुमसिंह चौहान के खेत में हाली का काम करने वाले एक शख्स से पूछताछ की तो उसने खेत में दफनाए शवों की जानकारी दी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने हुकुमसिंह के 25 साल के पोते सुरेंद्रसिंह और उसके छोटे भाई भुरू को हिरासत में लिया। पुलिस की सख्ती के आगे दोनों टूट गए।

13 मई को ही मारकर दफना दिया था

पुलिस ने हुकुमसिंह के खेत से 45 वर्षीय ममताबाई कास्ते, 21 वर्षीय रूपाली कास्ते, 14 साल की दिव्या कास्ते, 15 साल की पूजा पुत्री रवि ओसवाल और 14 साल के पवन पुत्र रवि ओसवाल के शव बरामद किए। एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि जमीन के 8 से 10 फीट नीचे से शव बरामद हुए हैं।

मामले में पुलिस ने सुरेंद्रसिंह, उसके 23 साल के भाई भुरू, सुरेंद्र के हाली और विवेक तिवारी नामक एक व्यक्ति को हिरासत में ले रखा है। सुरेंद्र के केसरिया हिन्दू संगठन के पदाधिकारी होने की बात भी सामने आ रही है।

इस तरह दी दर्दनाक मौत

एसपी डॉ. शिवदयाल सिंह के मुताबिक सुरेंद्र और रूपाली का प्रेम प्रसंग था। इस बीच सुरेंद्र की शादी कहीं और तय हो गई, लेकिन रूपाली इसमें अड़चन बन रही थी। दोनों में विवाद भी हुआ था। रूपाली को रास्ते से हटाने के लिए सुरेंद्र ने ही हत्याकांड को अंजाम दिया।

उसके खेत में ट्रांसफाॅर्मर लगाने के लिए गड्‌ढा खोदा गया था। 13 मई को पांचों की हत्या करने के बाद शव इसी में दफनाए गए। सुरेंद्र और उसके साथियों ने पहले रस्सी से सभी का गला दबाया और फिर रॉड से सिर पर वार किए, जिससे सभी की मौत हो गई।

ऐसे खुला राज 

पुलिस जांच में सामने आया सभी काे मारने के बाद आरोपी रूपाली के माेबाइल का लगातार उपयाेग करते रहे। उसके साेशल मीडिया अकाउंट से यह मैसेज डालते कि हम लाेग ठीक हैं, सुरक्षित हैं, हमें किसी प्रकार की परेशानी नहीं हैं। हालांकि पोस्ट डालते वक्त आरोपी रूपाली के पुराने फोटो का इस्तेमाल करते, जिससे पुलिस का शक यकीन में बदल गया।

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