किसानों को मनाने में जुटी सरकार ,देर रात चिल्ला बॉर्डर खुलने से मिली राहत

टीम भारत दीप |

किसानों की सहमति मिलने के बाद देर रात बॉर्डर पर लगे बैरिकेड हटाए गए।
किसानों की सहमति मिलने के बाद देर रात बॉर्डर पर लगे बैरिकेड हटाए गए।

केंद्र सरकार भी मीडिया के जरिए आंदोलन के खिलाफ चला रही है। जहां एक तरफ वह किसानों के विभिन्न मुद्दों पर कानूनों में संशोधन करने की बात कह रही है वही वह किसानों के व्यापक हित को लेकर अपने कदमों का प्रचार -प्रसार कर रही है।

नईदिल्ली। मोदी सरकार द्वारा लाए गए ​तीन कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों को मनाने में सरकार जुट गई है।

मालूम हो कि शनिवार रात को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आश्वासन के बाद किसानों ने देर रात  चिल्ला बॉर्डर को खोल दिया इससे आवाजाही शुरू हो गई। वहीं सरकार किसान आंदोलनकारियों से फिर से बातचीत शुरू करने की कोशिश में जुट गई।

बातचीत की बागडोर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ  तमाम मंत्री मोर्चा संभाले हुए है। इस बीच हरियाणा में भाजपा की सहयोगी जजपा के नेता उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है।

केंद्र सरकार भी मीडिया के जरिए आंदोलन के खिलाफ चला रही है। जहां एक तरफ वह किसानों के विभिन्न मुद्दों पर कानूनों में संशोधन करने की बात कह रही है वही वह किसानों के व्यापक हित को लेकर अपने कदमों का प्रचार-प्रसार कर रही है।

इसके साथ ही किसान आंदोलन के साथ जुड़े गैर किसान संगठनों और उनके मुद्दों को लेकर भी हमलावर है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मीडिया के जरिये मोर्चा खोल रखा है।

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और रविशंकर प्रसाद भी सक्रिय हैं।नोएडा के उप पुलिस आयुक्त  राजेश एस ने देर रात बताया कि किसान प्रदर्शन स्थल को खाली करने के लिए राजी हो गए और सड़क पूरी तरह से फिर से खुल गई है।

कुछ प्रदर्शनकारी वहां अभी भी हैं, लेकिन वे जल्द ही इसे खाली कर देंगे।वहीं, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आश्वासन के बाद हम लोगों ने चिल्ला बॉर्डर पर चल रहे धरने को समाप्त करने का निर्णय लिया है ।

धरना स्थल पर अखंड रामायण का पाठ हो रहा है और रविवार को समापन हो जाएगा। उसके बाद पूरे मार्ग को खोल दिया जाएगा। मालूम हो कि चिल्ला बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों ने शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की थी।

मुलाकात के लिए किसानों की पांच सदस्यीय टीम रक्षा मंत्री के आवास पर गई थी।किसानों की सहमति मिलने के बाद देर रात बॉर्डर पर लगे बैरिकेड हटाए गए।


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