रातभर पट​रियों पर जमें रहे गुर्जर, ट्रेनें हुई रदद, यात्रियों की बढी मुश्किलें

टीम भारत दीप |
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रेल पटरियांं उखड़ने से ट्रेनों के कैसिंल होने का सिलसिला शुरू हो गया है।
रेल पटरियांं उखड़ने से ट्रेनों के कैसिंल होने का सिलसिला शुरू हो गया है।

अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर राजस्थान में रेल की पटरियों पर डटे गुर्जरों ने एक बार फिर सरकार को मुश्किल में डाल दिया है। गुर्जर समाज के लोगों ने रविवार को दिल्ली मुंबई रेल मार्ग बाधित कर दिया। यह प्रदर्शन सोमवार को भी जारी है।

राजस्थान। 14 सूत्रीय मांगों को लेकर राजस्थान में रेल की पटरियों पर डटे गुर्जरों ने एक बार फिर सरकार को मुश्किल में डाल दिया है।गुर्जर समाज के लोगों ने रविवार को दिल्ली मुंबई रेल मार्ग बाधित कर दिया। यह प्रदर्शन सोमवार को भी जारी है।

गुर्जरों द्वारा रेल पटरियांं उखाड़ दी गई हैं। इससे ट्रेनों के कैसिंल होने का सिलसिला शुरू हो गया है। गुर्जर आंदोलनकारियों ने दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक की फिश प्लेटें उखाड़ दीं। इसलिए, रविवार को 40 मालगाड़ियों समेत 60 ट्रेनें डायवर्ट करनी पड़ीं। दिल्ली-मुंबई की ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ा, 2 ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं।

सोमवार को  भी 4 ट्रेनें रद्द की गई हैं। रविवार को रोडवेज के पांच बड़े डिपो दौसा, हिंडौन, करौली, भरतपुर और बयाना की करीब 220 बसों को रोक दिया गया। इस वजह से त्योहारों के सीजन में जनता परेशान हो रही है।

भरतपुर, करौली, दौसा, सवाईमाधोपुर और जयपुर जिले की कई तहसीलों में इंटरनेट बंद है।राजस्थान में नगर निगम चुनाव के बीच भड़के गुर्जर आंदोलन ने अशोक गहलोत सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सूत्रों के अनुसार आंदोलन कर रहे गुर्जर समाज में दो भाग होने की भी चर्चा चल रही है।

किरोड़ी बैंसला के निर्देश पर आंदोलन हो रहा है। हालांकि बैंसला के हवाले से कहा जा रहा है कि उन्होंने आंदोलन शुरू करने की अनुमति नहीं दी है।
इससे पहले रविवार को दिन में गुर्जर नेताओं ने एक बार फिर किरोड़ी बैंसला के नेतृत्व में मंत्री अशोक चांदना को पीलूपुरा गांव बुलाया है। गहलोत सरकार के मंत्री चांदना को 3 घंटे का अल्टीमेटम भी दिया गया है। इधर पटरियों पर गए युवकों को वापस बुलाया जा रहा है।


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