हनुमान जी को इसलिए प्रिय है ज्येष्ठ मास का मंगलवार, इस तरह करें पूजन तो बजरंगबली होंगे प्रसन्न
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मान्यता है कि बुढ़वा मंगल के दिन भगवान हनुमान की पूजा करने और कुछ उपाय करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और धन-दौलत की प्राप्ति होती है। अगर आप आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं तो बुढ़वा मंगल के दिन यह खास उपाय जरूर करें।
धर्म डेस्क। हर साल ज्येष्ठ मास के मंगलवार को बुढ़वा मंगल के रूप में मनाया जाता है। इसे बड़ा मंगल या ज्येष्ठ मंगल भी कहा जाता है। ज्येष्ठ महीने का पहला बड़ा मंगल 28 मई को है। बजरंगबली के भक्त इस दिन पूरी श्रद्धा के साथ हनुमान जी की आराधना करते हैं।
ऐसी मान्यता है कि बुढ़वा मंगल के दिन भगवान हनुमान की पूजा करने और कुछ उपाय करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और धन-दौलत की प्राप्ति होती है। अगर आप आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं तो बुढ़वा मंगल के दिन यह खास उपाय जरूर करें।
बुढ़वा मंगल के उपाय
बुढ़वा मंगल के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा स्थान को साफ करके हनुमान जी की प्रतिमा या मूर्ति स्थापित करें। दीप प्रज्वलित करें और धूप जलाएं। इसके बाद 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। भगवान हनुमान से आर्थिक समस्याओं से मुक्ति की प्रार्थना करें।
पूजा करते समय सही आसन पर बैठना जरूरी, ये हैं नियम
हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद अपने माथे पर और हनुमान जी की प्रतिमा पर सिंदूर का टीका लगाएं। हनुमान जी को केला बहुत प्रिय है, इसलिए बुढ़वा मंगल के दिन हनुमान जी को केला ज़रूर चढ़ाएं। इससे हनुमान जी की कृपा से आर्थिक तंगी दूर होती है।
बुढ़वा मंगल के दिन हनुमान जी को गुड़ और चना का भी भोग लगाएं। इस दिन हनुमान ध्वज खरीद कर इसे पूजा स्थान पर लगाने से लाभ होता है। बुढ़वा मंगल के दिन हनुमान मंदिर में जाकर भगवान हनुमान के दर्शन करने से सारी अड़चनें दूर हो जाती हैं।
इस दिन हनुमान मंदिर में जाकर बजरंगबली को चोला चढ़ाना चाहिए। इस दिन सुंदरकांड और बजरंग बाण का पाठ करना अति उत्तम माना जाता है। इससे सारे आर्थिक संकट दूर हो जाते हैं। बुढ़वा मंगल के दिन व्रत रखना चाहिए या सिर्फ सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए।
बुढ़वा मंगल के दिन दान-पुण्य करना बहुत शुभ होता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा में उन्हें पान का बीड़ा चढ़ाना चाहिए। इससे हनुमान जी का आशीर्वाद मिलता है और कार्यक्षेत्र में तरक्की के योग बनते हैं।
बुढ़वा मंगल के दिन भगवान हनुमान जी की भक्ति की जाती है। इस दिन, लोग भगवान हनुमान जी की पूजा करते हैं और उनकी कथाएं सुनते हैं। बुढ़वा मंगल के दिन व्रत रखने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को सभी कष्टों से मुक्ति दिलाते हैं।
प्रभु राम से मिलन का है मास
मान्यता है कि ज्येष्ठ मास में ही प्रभु श्रीराम से हनुमान जी का मिलन हुआ था। इसीलिए हनुमान जी को यह मास अत्यंत प्रिय है। इसलिए ज्येष्ठ मास के हर मंगलवार को बुढ़वा मंगल के रूप में पूजा जाता है।