रिटायर हो रहे शिक्षक से रिश्वत मांगते-मांगते बीईओ ने खोल दी पूरे विभाग की पोल
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वीडियो शाहाबाद ब्लाॅक के एक शिक्षक के रिटायरमेंट पर फाइल आगे बढ़ाने के लिए रूपये देने की बातचीत का है। मामले में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी हेमंत राव ने बीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
हरदोई। हमें बीएसए को एक-एक फाइल का हिसाब देना होता है। उन्हें सब पता होता है कितने शिक्षक रिटायर हो रहे हैं। 10 हजार में क्या देंगे और क्या रखेंगे। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में वायरल एक वीडियो में ये बात एक महिला ने कही। वो महिला हरदोई के भरखनी ब्लाॅक में खंड शिक्षा धिकारी यानी बीईओ के रूप में तैनात हैं।
वीडियो में एक शिक्षक अपने रिटायरमेंट की फाइल आगे बढ़ाने का आग्रह बीईओ से कर रहा है। संभवतः वीडियो भी शिक्षक ने ही बनाया है। वायरल वीडियो में फाइल आगे बढ़ाने की बात करतीं बीईओ शुचि गुप्ता बताई जाती हैं। ये हरदोई जिलें के भरखनी ब्लाॅक में तैनात हैं, हालांकि उन पर शाहाबाद ब्लाॅक का चार्ज भी है।
वीडियो शाहाबाद ब्लाॅक के एक शिक्षक के रिटायरमेंट पर फाइल आगे बढ़ाने के लिए रूपये देने की बातचीत का है। मामले में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी हेमंत राव ने बीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें उनसे वायरल वीडियो को लेकर जवाब मांगा है और विभाग की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया है।
हालांकि विभाग क्या बीएसए खुद फंसते दिखाई दे रहे हैं। बीईओ का कहना है कि हमें एक-एक फाइल का हिसाब बीएसए को देना होता है। इसीलिए बीएसए ने मिशन प्रेरणा के तहत अधूरे कार्याें का ठीकरा भी बीईओ के सिर मढ़ते हुए, उन्हें लपेटने की पूरी प्लानिंग कर ली है।
मामले में शिक्षक संगठन यूटा के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर ने जिलाधिकारी से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। उनका कहना है कि जिलाधिकारी मामले में रिपोर्ट दर्ज कराएं और जांच विभाग की जगह पुलिस से कराई जाए।
वायरल वीडियो बेसिक शिक्षा विभाग में खुलेआम चल रहे भ्रष्टाचार की पोल खोलने वाला है। बीईओ के बयान और उनके कांफिडेंस से जाहिर है कि ‘सब मिले हुए हैं जी‘। ऐसे में मामले की उच्चस्तरीय जांच आवश्यक है।